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झारखंड: हेमंत सोरेन की कुर्सी पर खतरे के बीच रांची से रायपुर पहुंचे विधायक

झारखंड में सियासी संकट खत्म नहीं हुआ है. हेमंत सोरेन को लाभ के पद का दोषी पाया गया है. इसके बाद सीएम पद की कुर्सी खतरे में है. फिलहाल झारखंड सरकार महागठबंधन के विधायकों को एकजुट करके रखने की कोशिशों में जुटी है.

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हेमंत सोरेन (फाइल फोटो)
हेमंत सोरेन (फाइल फोटो)

महाराष्ट्र और बिहार के बाद अब झारखंड में भी राजनीतिक संकट जारी है. हेमंत सोरेन की सीएम की कुर्सी खतरे में दिख रही है. इस बीच महागठबंधन अपने विधायकों को हॉर्स ट्रेडिंग (खरीद-फरोख्त) से बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. विधायकों को एकजुट करके रखने के लिए अब उनको रांची से रायपुर लेकर जाया जा रहा है. इसके लिए मुख्यमंत्री निवास से महागठबंधन के विधायक बसों में बैठकर एयरपोर्ट की तरफ निकल गए हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी उनके साथ दिखे. हालांकि, वह रायपुर नहीं जाएंगे.

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बता दें कि छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस की ही सरकार है. इसलिए विधायकों को छत्तीसगढ़ के रायपुर लेकर जाया जा रहा है. दरअसल, सरकार को डर है कि अगर हेमंत सोरेन को इस्तीफा देना पड़ा तो विधायकों को खरीदने-तोड़ने की कोशिश हो सकती है.

झारखंड की LIVE अपडेट्स

- यूपीए के 32 विधायक रायपुर जा रहे हैं. इसमें कांग्रेस से 12, JMM के 19 और राजद के 1 विधायक शामिल हैं. इसके अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे रायपुर जा रहे हैं. वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विधायकों को एयरपोर्ट छोड़ खुद सीएम आवास लौट गए.

इस दौरान सीएम ने कहा कि सावधानी के तहत ऐसा किया जा रहा है. वह बोले कि UPA के सारे विधायक एकजुट हैं. मीडिया से बात करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि सत्ता पक्ष हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार है.

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- पहले खबरें थीं कि विधायकों के साथ हेमंत सोरेन भी रायपुर जाएंगे. लेकिन अब खबर है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके कैबिनेट के सहयोगी रांची में ही रहेंगे. ये सभी रांची में 1 तारीख को कैबिनेट की बैठक में भी शामिल होंगे.

- महागठबंधन के विधायक रांची से रायपुर के लिए निकले. ये विधायक इंडिगो के 320 एयरबस से रायपुर जाएंगे. कांग्रेस कमेटी के नाम से इसको बुक कराया गया है.

जानकारी के मुताबिक, महागठबंधन के 45 विधायक रायपुर जा रहे हैं. यह भी कहा जा रहा है कि मंत्री रांची में ही रह सकते हैं, वहीं विधायक रायपुर जा सकते हैं.

झारखंड की महागठबंधन सरकार में सबसे बड़ी पार्टी झामुमो के 30, कांग्रेस के 18 और राजद के एक विधायक हैं. वहीं मुख्य विपक्षी दल भाजपा के सदन में 26 विधायक हैं.

चुनाव आयोग ने हेमंत सोरेन को लाभ के पद के मामले में दोषी पाया है. अभी इसपर आखिरी फैसला राज भवन यानी राज्यपाल रमेश बैस को लेना है. लेकिन उनकी तरफ से अभी कोई कदम नहीं उठाया गया है. इस बीच सोरेन सरकार कुर्सी बचाने की रणनीति में जुटी हुई है.

पिकनिक मनाने गए थे विधायक

सियासी घमासान के बीच 27 अगस्त को झामुमो गठबंधन सरकार के विधायक पिकनिक मनाने के लिए रांची से खूंटी जिले के लतरातू डैम पर पहुंचे थे. इन विधायकों के साथ खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौजूद थे. सभी लोग दोपहर 2.30 बजे तीन लग्जरी बसों से निकले थे और शाम को 8.30 बजे वापस रांची लौट आए थे. कहा जा रहा था कि सियासी तनाव को दूर करने के लिए हेमंत ने विधायकों के साथ ये ट्रिप बनाई थी.

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