आंतकी मुठभेड़ में झारखंड का एक और वीर शहीद हो गया. मंगलवार रात जम्मू-कश्मीर के बारामूला इलाके में आतंकियों के साथ हुए भीषण मुठभेड़ में चतरा के प्रोफेसर कॉलोनी निवासी शक्ति कुमार सिंह शहीद हो गए. शक्ति आर्मी में वायरलेस ऑपरेटर के पद पर कार्यरत थे.
अधिवक्ता संत सिंह के पुत्र शक्ति देर रात अपनी बटालियन के साथ गस्ती पर थे. उसी दौरान आतंकियों के साथ हुए भीषण मुठभेड़ में उन्हें गोली लग गई. इधर, घटना की सूचना पाकर पूरे चतरा से शहीद के घर लोगों का तांता लगा हुआ है. इस आतंकी हमले में सेना के दो जवान और एक पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं. इनमें से एक शक्ति कुमार हैं.
एक महीने है छोटे बेटे की उम्र
पिछले दिनों ही वो अपने दूसरे बच्चे के जन्म के मौके पर घर पहुंचे थे. उनका एक सात साल का बेटा भी है. पिछले सप्ताह ही वो ड्यूटी ज्वॉइन करने के लिए कश्मीर गए थे. दो बेटों के पिता शक्ति सिंह का छोटा बेटा अभी सिर्फ एक महीने का है.
टेक्नीकल सेल में नायक थे शक्ति
शक्ति मूल रूप से ईटखोरी के रहने वाले थे. उनका ट्रांसफर मथुरा से कुपवाड़ा (कश्मीर) कर दिया गया था. पिछले सप्ताह ही वो कश्मीर के लिए रवाना हुए थे. शक्ति सेना के टेक्नीकल सेल में नायक के पद पर तैनात थे. शक्ति सिंह की 2008 में शादी हुई थी. शहीद की मां और पत्नी का रो-रोकर हाल बेहाल है.
नौहट्टा के बाद अब बारामूला में बड़ा हमला
गौरतलब है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जम्मू-कश्मीर के नौहट्टा में हुए आतंकी हमले के बाद अब बारामूला में बड़ा हमला हुआ है. इस हमले में सेना के 2 जवानों समेत 3 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं. एहतियातन इलाके की घेराबंदी कर दी गई है, वहीं पुलवामा में भी ग्रेनेड हमले में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. इससे पहले 15 अगस्त के हमले में जामताड़ा निवासी CRPF के कमांडेंट प्रमोद कुमार शहीद हो गए थे.