झारखंड के आदिवासी जन्मजात प्रकृति प्रेमी होते हैं, साथ ही प्रकृति की पूजा करना उनके संस्कृति में शामिल है. पेड़-पौधे, जल, जंगल जमीन से उनका विशेष लगाव होता है. वैसे बदलते वक़्त के साथ सरकार भी पर्यावरण की सुरक्षा के लिए वृक्षारोपण को बढ़ावा देने का कार्यक्रम चला रही है. इसी के तहत एक नव-विवाहित आदिवासी दंपती ने एक अनोखी पहल की है. इस दंपती ने शादी की रिसेप्शन पार्टी में उन्हें बधाई देने आए सभी लोगों को एक-एक पौधा दिया.
मेहमानों को भेंट किया पौधा
अपने प्रकृति प्रेम की अनूठी मिसाल पेश करते हुए रांची के एक नवविवाहित आदिवासी दंपती एरिक विल्सन तिग्गा और आसमानी कुजूर ने रिसेप्शन में आए मेहमानों को न सिर्फ पौधा भेंट किया, बल्कि उनसे यह वादा भी लिया वे इस पौधे को अपने घर-आंगन और आसपास की खाली पड़ी जमीन पर लगाएंगे और उसकी देखभाल भी करेंगे.
नवदंपती की इस पहल की रिसेप्शन में आये सभी मेहमानों ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की. नवदंपती के मुताबिक पेड़-पौधे और जंगल से ही प्रकृति बच सकती है. वैसे पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सरकार पौधरोपण को बढ़ावा तो दे रही है, लेकिन बिना जनभागिता के यह संभव नहीं है. ऐसा लोगों में जागरूकता बढ़ा कर किया जा सकता है. इसी उद्देश्य के तहत हमने रिसेप्शन में पौधे बाटने का फैसला लिया.
नवदंपती ने 2000 पौधे बांटे
नवदंपती के मुताबिक उन्हें रिसेप्शन में आये मेहमानों के लिए तोहफे देने का विचार मन में आया. काफी मंथन के बाद यह फैसला लिया गया कि मेहमानों को पौधे दिए जाएं. इसके लिए आस-पास के नर्सरियों के अलग-अलग प्रजातियों के 2000 पौधे मंगवाए गए. पौधे बांटने के बाद नवदंपती काफी सुकून महसूस कर रहे हैं.