झारखंड में अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने झारखंड ट्राइब्स एडवाइजरी काउंसिल (Jharkhand Tribes Advisory Council) के गठन का ऐलान कर दिया है. इसके 19 सदस्यों के नाम भी सामने आ गए हैं. फिलहाल सीएम हेमंत सोरेन इसके पदेन अध्यक्ष और मंत्री चंपई सोरेन इसके पदेन उपाध्यक्ष बने हैं. 19 सदस्यीय समिति में मुख्यमंत्री, मंत्री समेत 17 विधायक और दो मनोनीत सदस्य हैं.
मंगलवार को अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने झारखंड ट्राइब्स एडवाइजरी काउंसिल (Jharkhand Tribes Advisory Council) के गठन की अधिसूचना जारी कर दी है. अधिसूचना जारी होते ही काउंसिल से जुड़ी व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है. इसमें सदस्यों को चुनने का अधिकार अब मुख्यमंत्री के पास होगा.
Jharkhand Tribes Advisory Council Rules, 2021 के नियम - 3 एवं 4 के आलोक में Jharkhand Tribes Advisory Council के गठन को माननीय मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM जी ने दी स्वीकृति। pic.twitter.com/IyzCyE3mkL
— Office of Chief Minister, Jharkhand (@JharkhandCMO) June 22, 2021
काउंसिल के पदेन अध्यक्ष मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विभागीय मंत्री चंपई सोरेन उपाध्यक्ष बनाया गया है. इनके अलावा अलग-अलग दलों के एसटी कोटे के 15 विधायकों को सदस्य बनाया गया है. पूर्वी सिंहभूम के विश्वनाथ सिंह सरदार और रांची के जमल मुंडा को मनोनीत सदस्य बनाया गया. अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में जो भी प्रधान सचिव या सचिव के पद पर होंगे, वह काउंसिल के भी सचिव होंगे.
जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के प्रधान सचिव या सचिव झारखंड ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल के सचिव होंगे. इसके अलावा झारखंड ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल और उनके सदस्यों का कार्यकाल झारखंड ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल नियमावली 2021 (Jharkhand Tribal Advisory Council Rules 2021) के प्रावधानों के मुताबिक होगा. झारखंड ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल की ओर से कार्यों का निष्पादन झारखंड ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल नियमावली 2021 के प्रावधान के अनुरूप किया जाएगा.