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रोपवे हादसा: अब भी हवा में अटकी हैं 8 जिंदगियां, 2 की मौत, अंधेरे की वजह से रोका रेस्क्यू

Trikuta Ropway Accident Rescue Update: झारखंड के सबसे ऊंचे रोपवे की ट्रालियों में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश जा रही है. सेना के दो MI-17 हेलिकॉप्टर रेस्क्यू में लगाए गए, लेकिन तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं. ड्रोन के जरिए लोगों तक खाना-पानी पहुंचाया जा रहा है. अंधेरे की वजह से रेस्क्यू रोक दिया गया है.

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त्रिकुट रोपवे की ट्रालियों में फंसे लोगों का रेस्क्यू जारी
त्रिकुट रोपवे की ट्रालियों में फंसे लोगों का रेस्क्यू जारी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • देवघर के त्रिकुट में रोपवे हादसा
  • हवा में फंसे थे 48 लोग

झारखंड के देवघर में त्रिकुट रोपवे की ट्रालियों में फंसे  लोगों का रेस्क्यू अभियान अभी भी चल रहा है. यह सभी लोग रविवार शाम 5 बजे से 1000 हजार फीट की ऊंचाई पर झूलती हुई ट्रालियों में फंसे हैं. सभी जिंदगियों को बचाने के लिए सेना की मदद ली जा रही है. मौके पर सेना का दो MI-17 हेलिकॉप्टर भेजा गया. अंधेरा होने की वजह से रेस्क्यू रोक दिया गया है. वहीं इस घटना में 2 लोगों की मौत हो गई है.

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Trikuta Ropway Accident Rescue Live Update:

9ः15 PM: झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि देवघर त्रिकुट रोपवे में 30 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. 2 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. रेस्क्यू अंधेरे के कारण रोक दिया गया है. इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. हताहतों के प्रति हमारी पूरी संवेदना है. हमारी सरकार इनके लिए हरसंभव मदद करेगी.

8:39 PM: देवघर रोपवे हादसे में 14 लोग अभी भी फंसे हुए हैं. ये पर्यटक 3 केबल कार में हैं. इनमें एक 1 गरुड़ कमांडो भी शामिल है.

7:40 PM: बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर कल रात से ऑपरेशन जारी है. गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में वायुसेना, सेना, NDRF, ITBP को लगाया गया है. अभी तक 36 लोग निकल गए हैं. बचे 12 लोगों को कल सुबह निकाला जाएगा. इस दौरान मेरे भी हाथ में हल्की चोट आई.

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7ः25 PM: देवघर रोपवे की घटना में 2 लोगों की मौत की पुष्टि प्रशासन ने की है.

6:30 PM: एयरफोर्स ने भी इस मामले में ट्वीट किया है कि देवघर के पास त्रिकुट पहाड़ी पर झारखंड रोपवे पर फंसे पर्यटकों और यात्रियों को बचाने के लिए IAF द्वारा ऑपरेशन जारी है.

5:29 PM: अब तक 40 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है. हादसे के 24 घंटे बाद अभी भी 8 लोग फंसे हैं. कुल 12 ट्रॉली रोपवे हादसे में फंसी थी, जिसमे 10 ट्रॉली से लोगों को निकाला जा चुका है. 2 रोपवे ट्रॉली से लोगों को निकालने पर ITBP, एनडीआरएफ और एयरफोर्स का ऑपरेशन चल रहा है.

2:40 PM: झारखंड सरकार के दो मंत्री जगरनाथ महतो और हफीजुल हसन मौके पर मौजूद हैं. देवघर के मधुपुर से हफीजुल हसन जेएमएम के विधायक भी हैं.

2:06 PM: आइटीबीपी के पीआरओ विवेक पांडे ने आजतक से बातचीत में कहा कि लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है, आधे से ज्यादा लोगों को सभी एजेंसियां मिलकर बचा चुकी हैं, ऑपरेशन शाम तक पूरा होने की उम्मीद है, कोशिश यह की जा रही है कि सबको सुरक्षित बचाया जाए. आइटीबीपी माउंटेन में काम करने के लिए पूरी तरीके से इक्विप्ड है इसलिए ऑपरेशन में किसी भी तरीके की दिक्कत नहीं आ रही है. एयर फोर्स, एनडीआरएफ और राज्य की एजेंसियां भी लगी हुई हैं.

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1:56 PM: रेस्क्यू टीम ने एक और बच्ची को ट्राली से नीचे उतार लिया है. अब तक 19 लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है. अभी भी 29 लोग फंसे हुए हैं. इस हादसे में अब तक एक महिला की मौत हो चुकी है.

1:40 PM: रोपवे की ट्रालियों में फंसे लोगों के रेस्क्यू का वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में एक बच्ची को कई सौ मीटर ऊंचे हवा में लटके ट्राली से रस्सी के सहारे नीचे लाया जा रहा है. बच्ची की रेस्क्यू के वीडियो से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सभी लोगों को सलामत बचा पाना कितना चुनौती पूर्ण है.

1:28 PM: आईटीबीपी, सेना और एनडीआरएफ की संयुक्त टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है. अभी तक रेस्क्यू किए गए 18 लोगों में कई बच्चे भी शामिल हैं. इन बच्चों को कैंप में लाकर खाना-पानी दिया जा रहा है.

1:10 PM: अभी तक चार ट्रालियों में से कुल 12 लोगो काे रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला जा चुका है. 

12:50 PM: इस हादसे पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है, एनडीआरएफ और बचाव दल के द्वारा लोगों को सकुशल निकालने का प्रयास किया जा रहा है, इसमें विशेषज्ञों की भी सहायता ली जा रही है, इस हादसे पर सरकार की पूरी नजर है, राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सरकार द्वारा लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं.

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रामनवमी पर बड़ी संख्या में पहुंचे थे पर्यटक

दरअसल, देवघर जिले के मोहनपुर प्रखंड में त्रिकुट पहाड़ पर झारखंड का सबसे ऊंचा रोपवे है. रोपेवे पर्यटकों को मुख्य चोटी के शीर्ष पर ले जाता है. चढ़ाई पर घने जंगल में प्रसिद्ध त्रिकुटाचल महादेव मंदिर और ऋषि दयानंद की आश्रम है. रामनवमी के मौके पर यहां बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे थे. रविवार देर शाम 5 बजे अचानक रोपवे में खराबी आ गई.

कैसे हुआ हादसा?

पर्यटकों के मुताबिक, ऊपर से नीचे आ रही एक ट्राली की टक्कर नीचे से ऊपर जा रही ट्राली से हो गई. इसके बाद कई ट्रालियां अपनी जगह से हट गईं और डिस्प्लेस हो गईं. जब यह हादसा हुआ, तब रोपवे की तारों के अलग-अलग हिस्सों पर करीब दो दर्जन ट्रालियां थीं. कुछ ट्रालियों का रेस्क्यू तुरंत कर लिया गया, लेकिन कई काफी ऊंचाई पर फंस गईं.

मौके पर तुरंत एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई. एनडीआरएफ की टीम को ऊंचाई की वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ा. फंसे लोगों तक ड्रोन के जरिए खाना और पानी पहुंचाया जाने लगा. इसके बाद सोमवार सुबह रेस्क्यू की कमान खुद सेना ने संभाली और मौके पर आया सेना का दो MI-17 हेलिकॉप्टर .

सेना को भी रेस्क्यू में मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है. दो पहाड़ों के बीच में फंसी ट्रालियां और नीचे हजार फीट की खाई है. ऐसे में सेना के जवान बहुत सूझबूझ के साथ रेस्क्यू चला रहे हैं. हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू में फिलहाल दिक्कत आ रही है, क्योंकि जैसे ही हेलिकॉप्टर ट्राली के पास पहुंचता है तो उसकी हवा से सभी ट्रालियां हिलने लग रही हैं.

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फिलहाल सेना ने अभी डबल इंजन के चॉपर को मंगाने की कवायद शुरू कर दी है. इसके साथ ही रेस्क्यू की रणनीति में बदलाव किया गया है. मौके पर पहुंचे जिले के डीएम का कहना है कि 18 ट्रालियों में 48 लोग फंसे थे, सोमवार दोपहर में 12 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया. अभी तक एक महिला की मौत की पुष्टि हुई है. इसके अलावा सभी घायलों को अस्पताल में एडमिट कराया गया है.

जिला प्रशासन ने दावा किया कि हम सभी लोगों के सुरक्षित रेस्क्यू की पूरी कोशिश कर रहे हैं. इसके साथ ही ट्राली में फंसे लोगों का हौसला बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. प्रशासन का कहना है कि सेना के जवान लगातार कोशिश कर रहे हैं और हम सभी लोगों को बचा लेंगे, लेकिन कोई भी किसी तरह की अफवाह न फैलाए.

स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि देवघर रोपवे दुर्घटना पर जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. यह समय राजनीति का नहीं, बल्कि पीड़ितों को सहायता पहुंचाने का है. राज्य सरकार केंद्र सरकार, इंडियन आर्मी और इंडियन एयर फोर्स के मदद से राहत कार्य कर रही है. हमारी प्राथमिकता लोगों की जान बचाने की है. NDRF की टीम भी बचाव कार्य में लगी है. घायलों को बेहतर चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराया जाएगा.

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जानिए क्या बोले ट्रॉली में रातभर फंसे रहे लोग

एजेंसी के मुताबिक, 19 घंटे तक ट्रॉली में फंसे रहे संदीप ने कहा कि मुझे लगता है कि बाबा बैद्यनाथ ने मुझे दूसरी जिंदगी दी. मैं रातभर लटकी हुई ट्रॉली में फंसा रहा. यह भयावह था. लगभग 100 फीट की ऊंचाई पर ट्रॉलियां हवा में लटकी थीं. ट्रॉली की बिजली अचानक चली गई और वह बीच में ही रुक गई. जब मैंने रविवार को शाम 4 बजे के आसपास हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया तो बताया गया कि यह एक तकनीकी खराबी है, जिसे ठीक किया जा रहा है. मैंने शाम 7 बजे फिर से फोन किया. उन्होंने कहा कि रोपवे काम नहीं कर रहा है और उपाय किए जा रहे है. 

पश्चिम बंगाल के देवांग जयपाल ने कहा कि बाबा बैद्यनाथ की पूजा करने के बाद रोपवे से जा रहा था. कौन जानता था कि मैं पूरी रात एक ट्रॉली में लटका रहूंगा. उन्होंने कहा कि खाना और पानी नहीं होने के कारण भूखा रहा. हमें ड्रोन के माध्यम से कुछ भोजन और पानी दिया गया. एनडीआरएफ, भारतीय वायु सेना और देवघर प्रशासन ने मदद की. वहीं घटना पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बचाव और राहत अभियान युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है.

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