झारखंड के गांवों में जंगली हाथियों ने उत्पात मचाया हुआ है. आए दिन कहीं न कहीं से हाथियों के हमले की खबरें सामने आती रहती हैं और इन हमलों में किसी न किसी ग्रामीण की जान चली जाती है. कभी रात को कभी दिन में झुंड में आए हाथी गांवों पर हमला कर देते हैं. ऐसा ही एक और मामला रविवार को लातेहार जिले के बालूमठ ब्लाक के मसियातू गांव में सामने आया है. यहां जंगली हाथी के हमले में महिला की मौत हो गई. महिला के पीठ पर उसका चार साल का बेटा मौजूद था.
बच्चे की रोने की आवाज सुन कर हाथी ने उसे छोड़ दिया और जंगल की ओर भाग निकला. घटना के बाद से पूरे गांव में सनसनी फैली हुई है. ग्रामीणों को डर है कि कहीं फिर से हाथी हमला न कर दे.
जानकारी के अनुसार, रविवार की शाम को लोहरदगा कुडू थाना क्षेत्र के मसियातू गांव में जंगली हाथी घुस आया. हाथी को देखकर लोगों ने उसे भगाने की कोशिश की. मगर, भागने की जगह जंगली हाथी ने गांव में उत्पात मचाना शुरू कर दिया. इसी दौरान हाथी ने अपनी सूंड में 35 साल की मुनिया देवी पत्नी दुखना तुरी को फंसा लिया. मुनिया के पीठ पर उसका चार साल का बेटा भी मौजूद था.
जमीन पर पटक कर ली महिला की जान
ग्रामीणों के मुताबिक, सूंड में मुनिया और उसके बच्चे को दबाकर हाथी थोड़ी दूर पर ले गया फिर जमीन पर पटक-पटक कर उसे गंभीर घायल कर दिया. इस दौरान बच्चे को हाथी ने कुछ नहीं किया और उसे छोड़कर जंगल की ओर भाग निकला. ग्रामीणों ने आगे कहा कि हाथी के जाने पर मुनिया को तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.