ससुराल वालों की ओर से सताए जाने के बाद आखिरकार एक महिला ने खुद को आग लगाकर मार डाला. बताया जाता है कि बकायदा दहेज की डील के तहत महिला ने अपनी एक किडनी पति को दी लेकिन फिर भी ससुरालियों का कहर उस पर जारी रहा.
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक 28 वर्षीय पूनम देवी ने ससुराल वालों की हरकतों से तंग आकर एक हफ्ते पहले खुद को जलाकर मारने को कोशिश की, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मंगलवार को मौत हो गई. इस महिला के दो बच्चे भी हैं. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पूनम को उसकी सास दहेज के लिए अक्सर टॉर्चर करती रहती थी.
छह माह पहले जब पूनम का पति सुदामा गिरी किडनी फेल होने की वजह से बीमार हो गया तो पूनम ने उसे अपनी किडनी देकर उसकी जान बचाई. यह किडनी इसलिए दी गई क्योंकि उसकी सास उससे अक्सर दहेज के 25 हजार रुपये लाने को कहा करती थी. बाकायदा लिखित में पूनम की सास ने कहा कि यदि वह किडनी दे देती है तो पूनम और उसके पिता पर 25 हजार के लिए दबाव बनाना वह बंद कर देगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
गिरि के परिवार ने 2006 में शादी के समय करीब 1.31 लाख रुपये दहेज में लिया था. पीड़िता के परिजनों का कहना है कि किडनी देने के बाद भी पूनम को परेशान किया जाता रहा, जिससे आजिज आकर उसने ऐसा कदम उठाया. हजारीबाग एसपी मनोज कौशिक का कहना है कि मामला दर्ज हो गया है, जल्द ही जांच कर कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी.