scorecardresearch
 

'मैं जयराम महतो किरिया खाता हूं...', चर्चा में विधायक का शपथग्रहण, नंगे पैर पहुंचे विधानसभा, बोले- ये मेरा मंदिर

झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के नेता जयराम महतो झारखंड विधानसभा सत्र के पहले दिन एक अलग अंदाज में सदन के अंदर दाखिल हुए. उन्होंने सदन के सामने अपना माथा टेका और कहा यहां से करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है.

Advertisement
X
जयराम महतो ( फाइल फोटो)
जयराम महतो ( फाइल फोटो)

झारखंड विधानसभा सत्र के पहने दिन डुमरी विधानसभा सीट से विधायक और झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के नेता जयराम महतो एक अलग अंदाज में सदन में दाखिल हुए. उन्होंने अपने अंदाज से लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया. विधानसभा में प्रवेश करने से पहले जयराम घुटनों के बल बैठे, फिर सदन की चौखट पर माथा टेका, उसके बाद अंदर प्रवेश किए.

Advertisement

सदन में शपथ लेने का अंदाज भी जयराम का बाकी के विधायकों से अलग था. जो काफी चर्चा में है. शपथ के दौरान उन्होंने कहा कि 'मैं जयराम महतो किरिया खाता हूं..' बता दें कि किरिया एक आंचलिक शब्द है, जिसका मतलब प्रतिज्ञा करना होता है.

लोकसभा और विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है

विधानसभा में प्रवेश करने से पहले मीडिया से बात करते हुए जयराम महतो ने कहा कि लाल किला के मचान का आशय लोकतंत्र के मंदिर से है, लोकसभा और विधानसभा से है. यहां देश के करोड़ों किसानों की आस्था जुड़ी है. उन्होंने आगे कहा कि हम किसी भी धार्मिक स्थल में जाते हैं तो जूता-चप्पल उतार कर पूरी आस्था के साथ अंदर प्रवेश करते हैं.

लोकतंत्र का ये मंदिर भी किसी धार्मिक स्थल से कम नहीं है. यहां से राज्य के करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है. जिसमें मैं पहली बार प्रवेश करने जा रहा हूं. बता दें विधानसभा पहुंचे जयराम ने शर्ट-पैंट और सफेद रंग की जैकेट पहनी थी. साथ ही उनके हाथ में एक लाल रंग की डायरी भी थी.

Advertisement

कौन हैं जयराम महतो
जयराम महतों झारखंड के धनबाद जिले के मंतंद गांव के रहने वाले हैं. पिछले चार साल से भाषा, स्थानीयता और रोजगार के मुद्दों पर वो आंदोलन कर रहे हैं. उन्होंने 2023 में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति (JBKSS) के नाम से एक पार्टी बनाई थी, जिसे अब झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) के रूप में जाना जाता है.

Live TV

Advertisement
Advertisement