झारखंड विधानसभा में आज हेमंत सोरेन सरकार को उनके ही पार्टी के वरिष्ठ विधायक ने फजीहत में डाल दिया. बोरियो से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने बजट सत्र के दौरान सदन में यह कहकर सनसनी फैला दी कि साहेबगंज में अधिकारियों की मिली भगत से खनिज संपदा की लूट हो रही है और सब चुप बैठे हैं.
ये बोले विधायक
विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि अवैध उत्खनन में पुलिस की अहम भूमिका है. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की कि वे इस मामले में कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि अब खनिज संपदा की लूट नहीं होने देंगे. लड़ाई लड़ेंगे और पीछे भी नहीं हटेंगे. साथ ही उन्होंने अपने लोगों पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि एक तरफ कहते हैं कि बीजेपी ने खाली खजाना छोड़ दिया और दूसरी तरफ अभी लूट हो रही है.
ये है बड़ी समस्या
बता दें कि झारखंड में पत्थरों की गुणवत्ता काफी अच्छी होने की वजह से रियल एस्टेट कारोबारियों के बीच इसकी काफी मांग है. इसके चलते यहां पर अवैध उत्खनन का कारोबार फल फूल रहा है. यहां पत्थर माफिया पूरी तरह से हावी हैं. आए दिन अवैध उत्खनन की शिकायतें मिलती रहती हैं. बताया गया है कि अब तक सूबे से तीन दर्जन से अधिक पहाड़ों का नामोनिशान मिट चुका है और कई दर्जन खत्म होने की कगार पर हैं.
कल पेश होगा बजट
झारखंड सरकार के द्वारा बुधवार 3 मार्च को विधानसभा में बजट पेश किया जाएगा. सदन में प्रस्तुत किए जाने वाले बजट में आदिवासियों के सशक्तिकरण और उसके उत्थान पर विशेष जोर दिए जाने की संभावना जताई जा रही है. साथ ही साथ अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के युवाओं को रोजगार के लिए 40 फ़ीसदी अनुदान पर ऋण देने के लिए राशि का प्रावधान किया जा सकता है.
ये बोले सीएम
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सभी विधायकों की क्या जिम्मेदारी है, यह सुनिश्चित करने के लिए हम सब यहां इकट्ठा हुए हैं. राज्य के वित्त मंत्री बजट पेश करेंगे. बहुत मेहनत और बहुत सोच-विचार के बाद इस बार के बजट की तैयारी की गई है. हेमंत सोरेन ने यह भी कहा कि राज्य के हर वर्ग को ध्यान में रखकर बजट तैयार किया गया है. विधानसभा में विपक्षी विधायकों के द्वारा हो हल्ला मचाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की और कहा कि जिस तरह से विपक्ष बिना किसी वजह, बिना कोई मुद्दे का सदन को बाधित कर रहा है यह पूरा राज्य देख रहा है.
आर्थिक सर्वेक्षण पेश
झारखंड राज्य का आर्थिक सर्वेक्षण मंगलवार को झारखंड विधानसभा में पेश कर दिया गया है. झारखंड आर्थिक सर्वेक्षण-2020-21 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद में 6.7 फीसद वृद्धि का अनुमान लगाया गया है. आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले वर्ष की तुलना में चालू वित्तीय वर्ष में लगभग 29 फीसद अधिक राजस्व प्राप्ति का अनुमान है. जबकि पूंजीगत प्राप्तियां लगभग 10 फीसद कम होने का अनुमान है. वहीं, झारखंड की प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2019-20 में स्थिर और प्रचलित मूल्य पर क्रमशः 57,863 रुपये तथा 79,873 रुपये होने का अनुमान लगाया गया है. पिछले वर्ष की तुलना में वर्ष 2019-20 में प्रति व्यक्ति आय में स्थिर मूल्य पर 5.2 फीसद तथा प्रचलित मूल्य पर 9.2 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया गया है. थोड़ा इंतजार करें दूसरे आर्थिक सर्वेक्षण किया जाएगा तब सही आंकलन किया जा सकेगा.
आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, कोरोना ने देश के बाकी हिस्सों की तरह झारखंड की अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है. राज्य की अर्थव्यवस्था के तीन प्रमुख क्षेत्रों में तृतीयक क्षेत्र में 2019-20 में सबसे अधिक 7.9 फीसद वृद्धि का अनुमान लगाया गया है. इसमें होटल, रेस्टोरेंट, संचार और प्रसारण सेवा, रियल एस्टेट आदि आते हैं..