झारखंड विधानसभा में एक सवाल के जवाब पर स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी और संसदीय कार्य मंत्री शुदिव्य सोनू के बीच भिड़ंत का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. इरफान अंसारी ने कांग्रेस विधायक दल नेता के प्रदीप यादव के सवाल का जवाब अटपटे ढंग से दिया था.
जब प्रदीप यादव ने पूछा कि मंत्री बताएं कि गोड्डा में नर्सिंग कॉलेज कब बना तो उस पर मंत्री ने कहा कि प्रदीप यादव पांच बार के विधायक हैं. वो बेहतर जानते होंगे कि नर्सिंग कॉलेज कब बना. इस पर शुदिव्य सोनू ने स्वास्थ्य मंत्री से आग्रह किया कि वो प्रदीप यादव के सवाल का ऑब्जेक्टिव जवाब दें, कटाक्ष की भाषा न बोलें. उन्हें मर्यादा में जवाब देना चाहिए.
भड़क गए स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी
शुदिव्य सोनू नेता सदन हेमंत सोरेन और संसदीय कार्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर की गैर-मौजूदगी में संसदीय कार्य मंत्री का प्रभार संभाल रहे थे. उनकी टिप्पणी पर इरफान अंसारी भड़क गए. उन्होंने कहा कि यह प्रदीप यादव और उनके बीच का मामला था. शुदिव्य जी ज्यादा जानकार है. हर मामले में फुदकते हैं. इस पर शुदिव्य ने कहा कि सदन किसी की व्यक्तिगत संपति नहीं है. यहां लोकाचार और सिर्फ लोकाचार की बात होनी चाहिए.
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी की इस तरह की भाषा से जेएमएम के केंद्रीय प्रवक्ता डॉ तनुज खत्री बेहद नाराज हैं. उन्होंने कहा कि सदन में इरफान को शुदिव्य से गंभीरता के साथ माफी मांगनी चाहिए. वह चिरकुटई की फितरत से बाज आएं.
'पूरी गंभीरता से माफी मांगे'
उन्होंने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, 'मंत्री शुदिव्य सोनू की बौद्धिक श्रेष्ठता, ज्ञान, शालीनता और धैर्य के सामने इरफान अंसारी आपकी कोई तुलना नहीं है. आप बस चिरकुटई ही कर सकते हैं. बेहतर होगा कि आप उनसे माफी मांगें वो भी सदन में पूरी गंभीरता से ना कि दांत चियार कर.' कांग्रेस की तरफ से इरफान अंसारी के बचाव में कोई नहीं आया है.