झारखंड में सत्ता पे काबिज झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) पूरे उत्साह के साथ पार्टी का 46वां स्थापना दिवस मनाने के लिए तैयार है. पार्टी का स्थापना दिवस दुमका में मनाया जा रहा है, जो संथाल परगना का हेडक्वार्टर होने के साथ जेएमएम का गढ़ माना जाता है. जेएमएम के स्थापना दिवस पर 2 फरवरी को दुमका के गांधी मैदान में शाम से कार्यक्रम शुरू होगा और जश्न रात भर चलेगा.
इस बार झामुमो के कार्यकर्ताओं का जोश दो करणों से काफी हाई है. पहला की पार्टी ने जबरदस्त तरीके से विधानसभा चुनाव जीतकर सत्ता में वापसी की है. दूसरा इस बार पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन भी कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं. पिछले साल वह पार्टी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में शिरकत नहीं कर पाए थे, क्योंकि 31 जनवरी, 2024 को ही ईडी ने हेमंत सोरेन को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार कर लिया था.
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सीता सोरेन के JMM में वापसी की अटकलें तेज
इसके अलावा पार्टी की स्टार नेत्री कल्पना सोरेन, जिन्होंने हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद अपना राजनीतिक प्रभाव दिखाया और उनके नेतृत्व में विधानसभा चुनाव में पार्टी ने शानदार परफॉर्मेंस किया, वह भी झामुमो के स्थापना दिवस समारोह में शिरकत कर रही हैं. इधर सोरेन परिवार की बड़ी बहू सीता सोरेन की घर वापसी की अटकलें भी तेज हो गई हैं. सीता सोरेन ने मार्च 2024 में लोकसभा चुनावों से पहले जेएमएम छोड़ दिया था और बीजेपी में शामिल हो गई थीं. सीता सोरेन को बीजेपी ने दुमका से लोकसभा चुनाव भी लड़ाया था, लेकिन उन्हें जेएमएम के नलिन सोरेन के हाथों झार झेलनी पड़ी थी.
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वहीं विधानसभा चुनाव में भी जामताड़ा सीट पर उन्हें इरफान अंसारी के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था. बीजेपी का प्रदर्शन भी झारखंड विधानसभा चुनाव में निराशाजनक रहा. लिहाजा अटकलें लग रही हैं कि सीता सोरेन अपना और अपनी बेटियों का राजनीतिक भविष्य संवारने के लिए एक बार फिर झारखंड मुक्ति मोर्चा में वापसी कर सकती हैं. सीता सोरेन फिलहाल दुमका में ही हैं. उन्होंने झामुमो में अपनी वापसी के सवाल पर कहा, यह तो वक्त बताएगा कि कौन कहां जा रहा है. उन्होंने कहा कि दुमका और सोरेन परिवार उनका घर है.