झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) का रांची में 20 अगस्त को बीजेपी में विलय होगा. एक अन्य राजनीतिक दल झारखंड दिसोम पार्टी का बीजेपी में विलय होने के बाद मुंडा ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘जेवीएम से इस सिलसिले में एक प्रस्ताव आया है, जिसका औपचारिक रूप से बीजेपी में विलय होगा.’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के झारखंड दौरे के एक दिन पहले 20 अगस्त को विलय होगा. यह पूछे जाने पर कि क्या जेवीएम प्रमुख एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी बीजेपी में लौटेंगे, इस पर मुंडा ने कोई ब्योरा देने से इनकार कर दिया. जेवीएम के चार विधायक हाल ही में रांची में बीजेपी में शामिल हुए थे.
झारखंड दिसोम पार्टी का बीजेपी में विलय
झारखंड दिसोम पार्टी (जेडीपी) का राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की उपस्थिति में भाजपा में औपचारिक रूप से विलय हो गया.
विलय की घोषणा करते हुए मुंडा ने कहा कि देश में बीजेपी के पक्ष में तेज लहर चल रही है और कई नेताओं ने पार्टी में शामिल होने या वापस लौटने की इच्छा जताई है. मुंडा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लोगों ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ अभियान के कारण स्वीकार किया.’ उन्होंने कहा, ‘प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर झारखंड के लोग अगले विधानसभा चुनावों में ऐसे ही बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं क्योंकि बीजेपी मजबूत सरकार मुहैया कराएगी और समाज के सभी तबके के लोगों को साथ लेकर त्वरित विकास के रास्ते पर बढ़ेगी.’
जेडीपी के विलय पर मुंडा ने कहा कि इस सिलसिले में कुछ समय से वार्ता चल रही थी और बीजेपी के पूर्व सांसद और जेडीपी अध्यक्ष सलखान मुर्मू से विचार-विमर्श के बाद इस मुद्दे को अंतिम रूप दिया गया. विलय पर सलखान मुर्मू ने कहा कि किसी बाध्यता, निराशा या लालच के कारण यह निर्णय नहीं किया गया बल्कि जेडीपी ने बीजेपी के बैनर तले अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए राजनीतिक रणनीति में बदलाव किया.