झारखंड के लोहरदगा से रांची पहाड़ी मंदिर सोमवारी पर जल अर्पित कर ट्रेन से लौट रहे कांवड़ियों के साथ विशेष समुदाय के कुछ लोगों ने मारपीट की. साथ ही कांवड़ियों लूट की. इस घटना से आक्रोशित कांवड़ियों ने लोहरदगा पहुंचने के बाद शहर के मुख्य चौराहे सुभाष चौक को जाम कर दिया. ट्रेन में ऐसी घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
दरअसल, सभी शिव भक्त गंगाजल लेकर लोहरदगा से रांची पहाड़ी मंदिर पैदल भगवान शंकर को जल चढ़ाने गए थे. सावन के पहले सोमवार को सभी शिव भक्त भगवान शंकर को जल चढ़ाया. फिर सभी शिव भक्त रांची से लोहरदगा ट्रेन से लौट रहे थे. इस दौरान विशेष समुदाय के कुछ लोगों ने कांवड़ियों के साथ मारपीट की और उनके सामान लूट लिए.
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वहीं, मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा कि रांची के पहाड़ी मंदिर जलाभिषेक करने आ रहे कांवरियों पर रांची-लोहरदगा ट्रेन में जानलेवा हमला और पथराव किए जाने की सूचना है. असामाजिक तत्वों द्वारा 2-3 स्टेशनों पर उक्त घटना को अंजाम दिया गया है. पवित्र सावन मास में शिवभक्तों के उपर ऐसा कायराना हमला निंदनीय एवं अक्षम्य है. @policelohardaga मामले का संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई सुनिश्चित करें.
मामले में थाना प्रभारी ने कही ये बात
थाना प्रभारी देवप्रताप प्रधान ने बताया कि पुलिस की देखरेख में कांवड़ियों को लोहरदगा भिजवाया है. साथ ही इस घटना के सांप्रदायिक होने की बात से इंकार करते हुए कहा कि ट्रेन में दो-चार लड़कों के बीच झगड़े हुआ है. इसे तूल दिया जा रहा है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.