अपनी बातों को अनोखे अंदाज में रखने वाले लालू यादव ने अपनी सजा पर एक कविता लिखी है. लालू प्रसाद यादव ने जेल से एक भावानात्मक खत लिखा है. लालू ने ये खत बिहार के लोगों के नाम लिखा है. इसी खत में वह कविता भी समाहित है.
उन्होंने खत में अपने राजनीतिक सफर के बारे में विस्तार से जिक्र किया है. लालू का कहना है कि वो हमेशा से दब-कुचले लोगों के हक बात करते आए हैं, जिस वजह से कुछ लोग उनके पीछे सालों से पड़े हैं और उन्हें तमाम मामलों में राजनीतिक साजिश के तरह फंसाया गया है. चारा घोटाले भी उन्ही में से एक मामला है.
आपको बता दें कि लालू यादव हमेशा से अपनी बातों को अलग अंदाज में बयां करते हैं. यही वजह है कि वह कई भ्रष्टाचार के कई मामलों में दोषी होने के बावजूद लोगों के पसंदीदा नेता बने हुए है. इस बार भी देवघर कोषागार मामले में दोषी साबित होने और 3.5 साल की सजा मिलने पर लालू ने अलग अंदाज में अपना पक्ष रखा.
अपने दर्द और संघर्ष को लालू यादव ने एक कविता के रूप में लोगों के सामने रखा. कविता के जरिए लालू ने बीजेपी को और बाकी विपक्षियों को झूठा बताया. साथ ही कहा कि वह इन सबके बावजूद मजबूत बनकर निकलेंगे.
पढ़ें लालू की लिखी कविता जो उन्होंने सजा मिलने के बाद शेयर की...
झूठ अगर शोर करेगा
तो लालू भी पुरजोर लड़ेगा
मर्जी जितने षड़यंत्र रचो
लालू तो जीत की ओर बढ़ेगा.
अब, इनकार करो चाहे अपनी रजा दो
साजिशों के अंबार लगा दो
जनता की लड़ाई लड़ते हुए,
आपका लालू तो बोलेगा चाहे जो सजा दो