लोहरदगा सदर अस्पताल के चाइल्ड केयर यूनिट (Child Care Unit) में टीका लगाने के बाद नवजात बच्ची की मौत हो गई. इसके बाद अस्पताल में परिजन ने जमकर बवाल काटा. उनका आरोप है कि ड्यूटी पर तैनात नर्सों की लापरवाही से बच्ची की जान गई है. हंगामे के बाद अस्पताल में पुलिस बुला ली गई. इसके बाद स्थिति नियंत्रित हो सकी.
सदर अस्पताल में न्यू बोर्न चाइल्ड केयर यूनिट (New Born Child Care Unit) इसी साल शुरू हुई. लोहरदगा के सेन्हा थाना अंतर्गत उगरा गांव निवासी नयूम अंसारी की पत्नी नाजिया परवीन को 5 दिसंबर की रात करीब 10:30 बजे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यहां रात करीब 12 बजे उसने बच्ची को जन्म दिया. सुबह करीब 11 बजे नर्स बच्ची को बीसीजी का टीका लगाने ले गई. टीका लगाने के तुरंत बाद ही बच्ची की मौत होने का दावा परिजन कर रहे हैं.
बच्ची के परिजन बोले, बेटी पूरी तरह से स्वस्थ थी
नईम अंसारी का कहना है कि उनकी बेटी बिल्कुल तंदुरुस्त थी. टीका देने में लापरवाही हुई है, जिसके चलते उसकी मौत हुई. संभव है कि एक्सपायरी डेट का टीका लगा दिया गया हो. इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए, ताकि अगली बार किसी के बच्चे के साथ ऐसी घटना न हो.
बच्ची की मां नाजिया परवीन का कहना है कि बच्ची ने दूध पिया था और रो भी रही थी. वह बिल्कुल तंदुरुस्त थी. उसे नर्स के कहने पर टीका दिलाने ले गई थी. अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही से बच्ची की जान गई है. अस्पताल में काफी संख्या में मृत बच्ची के रिश्तेदार जमा हो गए और वहां माहौल आक्रोश और गम वाला हो गया.
सदर अस्पताल उपाधीक्षक सह प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. शंभू नाथ चौधरी ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार नर्स जब बच्ची को टीका लगा रही थी, उसके पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी, मगर हम किसी को बेनिफिट आफ डाउट नहीं देना चाहते. मेडिकल बोर्ड के जरिए मृत बच्ची के शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर पूरे मामले की जांच की जाएगी. अगर इस मामले में कोई दोषी पाया जाता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई होगी. एहतियात के तौर पर सदर अस्पताल परिसर में पुलिस तैनात है.