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झारखंड: बाबाधाम में कांग्रेस विधायक और मंदिर के प्रबंधक के बीच नोकझोंक, जानें क्या है पूरा मामला

महाशिवरात्रि के मौके पर देवघर के बाबा मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ रही. कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद और बाबा वैद्यनाथ मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त के बीच जमकर नोकझोंक हुई. विधायक का कहना था कि मंदिर में भगदड़ मची है और वो घायल महिला से मिलना चाहती हैं. इसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ.

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बाबा वैद्यनाथ मंदिर की व्यवस्था देख भड़कीं विधायक अंबा प्रसाद
बाबा वैद्यनाथ मंदिर की व्यवस्था देख भड़कीं विधायक अंबा प्रसाद
स्टोरी हाइलाइट्स
  • महाशिवरात्रि के अवसर पर आस्था का सैलाब उमड़ा
  • बाबा वैद्यनाथ के दरबार में लाखों भक्तों ने जलाभिषेक किया

झारखंड के देवघर में महाशिवरात्रि के मौके पर बाबा वैद्यनाथ मंदिर के प्रशासनिक भवन में उस समय अजीबो-गरीब स्थिति पैदा हो गई. जब बड़कागांव की कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद और मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त के बीच तीखी नोकझोंक हो गई. अंबा प्रसाद मंदिर में भगवान के दर्शन करने पहुंची थी. उस समय उन्हें सूचना मिली कि मंदिर में भगदड़ मच गई है, जिसमें एक महिला अचेत हो गई और उसे प्रशासनिक भवन में लाया गया है. आज यह मामला विधायक अम्बा प्रसाद ने विधानसभा में उठाया. उन्होंने बताया कि मंदिर में फैली अव्यवस्था को दिखाने के लिए SDM को भी बुलाया था लेकिन वे नहीं आए. 

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बता दें कि कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने उस महिला से मिलने की कोशिश की तो मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त ने उन्हें रोक दिया और वो प्रशासनिक भवन के बाहर अपने साथियों के साथ धरने पर बैठ गईं. जब मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त वहां पहुंचे और उन्होंने विधायक के साथ बैठे लोगों से कहा कि वो बेवजह भीड़ न लगाएं. इस पर अंबा प्रसाद और रमेश परिहस्त के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई.  

मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त ने कहा कि वो कैंसर का मरीज हैं, बावजूद इसके वो यहां पर काम कर रहे हैं. इस बीच कुछ न्यायिक पदाधिकारी ने पहुंचकर विधायक को तत्काल धरने से उठने के लिए कहा और वो उठ गईं. विधायक ने कहा कि भगदड़ जैसी स्थिति में दबी कुछ महिलाओं से उन्होंने मिलकर जानकारी ली तो उससे बाबा मंदिर के वरीय प्रबंधक उनके साथ गलत तरीके से बात करते हुए कहा कि झारखंड ही नहीं देश रमेश परिहस्त को जानता है. 

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वहीं विधायक अंबा प्रसाद का कहना है कि मंदिर में व्यवस्था बेहद खराब थी. महिलाओं के साथ काफी धक्क-मुक्की हो रही थी. उन पर छड़ी चलाई गई. यह सब सरकार को बदनाम करने की साजिश है. मंदिर प्रबंधक रमेश परिहस्त ने बताया कि हजारों की  भीड़ थी. उसी में विधायक 18 लोगो के साथ पहुंचकर VIP कल्चर का प्रदर्शन करने लगी. उन्होंने सिर्फ भीड़ न लगाने के लिए काहस के बाद दोनों में मामला कुछ शांत हुआ. 

(इनपुट- शैलेन्द्र मिश्रा) 

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