झारखंड के पलामू जिले में महादलित मुसहर परिवार के 50 लोगों का आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इकट्ठा होकर उनके घरों को ध्वस्त कर दिया. घटना पांडू प्रखंड के मुरुमातू गांव की है जहां लंबे अरसे से टोंगरी पहाड़ी के पास रह रहे महादलित मुसहर परिवार के 50 लोगों के घर को उजाड़ दिया गया.
पीड़ितों का कहना है कि उनके समानों को एक वाहन पर जबर्दस्ती लादकर छतरपुर के लोटो गांव के पास छोड़ दिया गया. इसके बाद वहां बचे लोगों ने थाना पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है.
मुसहर परिवार के 50 लोग बारिश के इस मौसम में बेघर हो गए हैं. घटना के बाद रोते-बिलखते बेघर हुए नंदलाल मुसहर और राधा देवी ने बताया कि सर्वें से पहले से वे लोग उस पहाड़ी के निकट मिट्टी का मकान और झोपड़ी बनाकर रहते आ रहे हैं.
उन्होंने कहा, दिन भर क्षेत्र में भिक्षाटन कर शाम को लौटने के बाद वो (करीब 50 लोग) उसी झोपड़ी में रहते थे. आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भरी बरसात में जान बूझकर उन्हें बेघर कर सड़क पर ला दिया है.
पीड़ितों ने कहा, मकान और झोपड़ी ध्वस्त करते वक्त मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उनके चूल्हे को भी बर्बाद कर दिया. इससे उनके बच्चे समेत सभी लोग भूख से तड़प रहे हैं और जैसे तैसे मांग-मांगकर पेट भर रहे हैं.
मुसहर परिवार के गिरजा मुसहर, संजय मुसहर, जितेंद्र मुसहर, नंदलाल मुसहर, संतोष मुसहर, लक्ष्मी देवी, रंजू देवी सहित कई दर्जनों लोग थाने पहुंचे और न्याय की गुहार लगाई.
वहीं, मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपनी सफाई में कहा है कि जमीन मदरसे की है. बेघर हुए मुसहर समुदाय के लोग पांडू थाने में जबरन घर तोड़ने की शिकायत लेकर पहुंच गए.
इसके बाद मुख्यालय से घटनास्थल पर पहुंचे एसडीओ राजेश कुमार साह और एसडीपीओ सुजीत कुमार के नेतृत्व में मामले की जांच शुरू की गई है. जांच के बाद इस मामले में 12 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है. वहीं, 150 अज्ञात लोगों पर भी एफआईआर दर्ज की गई है.