हमेशा से अपने अचानक और चौंकाने वाले फैसले लेने के लिए मशहूर महेंद्र सिंह धोनी के नए फैसले ने भी लोगों को आश्चर्य में डाल दिया है. भारतीय वनडे और T-20 टीम की कप्तानी छोड़ने के फैसले से रांची में धोनी के प्रशंसक निराश हैं. वैसे उनका भरोसा है कि अभी धोनी बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज भारतीय टीम में बने रहेंगे, दरअसल बुधवार देर रात धोनी के कप्तानी छोड़ने के फैसले ने सभी को हैरत में डाल दिया. गौरतलब है कि दो साल पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में ही धोनी ने टेस्ट से सन्यास लेने की घोषणा कर लोगों के साथ-साथ क्रिकेट के बड़े-बड़े दिग्गजों को भी चौंका दिया था.
धोनी के पूर्व कोच भी इस फैसले से हैरत में
रांची में धोनी के पूर्व कोच चंचल भट्टाचार्य भी धोनी के फैसले से हैरान है. हालांकि उन्होंने ये बात भी कही कि धोनी कभी जज्बाती होकर फैसले नहीं लेते है, उनके हर फैसले के पीछे एक सोची-समझी रणनीति होती है. शायद इस
बार उन्होंने सोचा हो कि टीम के अंदर दो पावर सेंटर होने के बजाय एक होना टीम के लिए भविष्य में काफी फायदेमंद रहेगा, वहीं धोनी को बीते वनडे और T-20 मैचों में बतौर कप्तान और बल्लेबाज कोई विशेष सफलता नहीं
मिल पायी थी. इसी वजह से हो सकता है उनपर ऊंगली उठने से पहले ही उन्होंने कप्तानी छोड़ने का फैसला ले लिया.
2019 का वर्ल्डकप जरूर खेलेंगे धोनी
ऐसे में धोनी के इस फैसले के बाद ये भी अटकलें शुरू हो गयी है कि क्या धोनी 2019 का वर्ल्डकप खेलना चाहेंगे या नहीं. दरअसल जिस तरह फिनिशर के रूप में धोनी की भूमिका हालिया दिनों में देखने में नहीं आया है. जिसकी
वजह से धोनी आलोचकों के निशाने पर है, लेकिन रांची में धोनी के सभी शुभचिंतक ये मानते है कि अब कप्तानी का बोझ हटने के बाद वे ज्यादा आक्रामक बल्लेबाजी करते नजर आएंगे.
गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे कामयाब कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने वनडे और टी-20 की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया है. हालांकि धोनी वनडे और टी-20 मैच खेलते रहेंगे. धोनी इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली वनडे और टी-20 मैचों में चयन के लिए भी उपलब्ध रहेंगे. आपको बता दें कि धोनी टेस्ट क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके हैं.
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सोचा-समझा था धोनी का कप्तानी छोड़ने का फैसला!