कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनावी राज्य झारखंड के लिए तीन सदस्यीय स्क्रीनिंग कमिटी बनाई है. ये स्क्रीनिंग कमिटी उम्मीदवारों को स्क्रीन और शॉर्टलिस्ट करेगी, जो चुनाव में भाग्य आजमाना चाहते हैं. कमिटी राज्य के तमाम 81 विधानसभा सीटों पर दावेदारों के दावों में कितना दम है, इसकी स्क्रीनिंग करेगी. प्रदेश प्रवक्ता सोनाल शांति ने आजतक से बताया की तमाम दावेदारों से कमिटी मिलेगी. और उनके दावे को हर एंगल से खंगालने के बाद हर क्षेत्र के लिए कुछ नाम को शॉर्टलिस्ट कर केंद्रीय नेताओं के पास भेजेगी जो अंतिम मुहर लगाएंगे.
चुनाव में लड़ने के लिए कई आधार की जांच कमिटी करेगी. शांति ने बताया की फैक्टर्स जैसे विनबैलिटी, संगठन के लिए बीते 5 साल में दावेदार की सक्रियता, बूथ मेंबर्स जो दावेदारों द्वारा बनाया गया उनका कास्ट इक्वेशन, जातीय आधार, जनाधार, अगर उन्होंने पहले चुनाव लड़ा है तो कितने नंबर पर थे या कैसा परफॉर्मेंस था, तमाम फैक्टर्स को देखकर कोई फैसला लिया जाएगा. इस स्क्रीनिंग कमिटी के चेयरमैन गिरीश, अध्यक्ष पूनम पासवान, सदस्य प्रकाश जोशी हैं.
हालांकि, चुनाव के नजदीक आने पर तमाम दावेदार रांची से लेकर दिल्ली तक अपने मजबूत दावेदारी के लिए दौड़ लगा रहे हैं और अपना दमखम बता रहे हैं. पिछले चुनाव में कांग्रेस ने 18 सीटें जीती थी और हेमंत सरकार बनाने में अपना योगदान दिया था.
झारखंड विधानसभा के सभी 81 सीटों पर नवंबर या दिसंबर 2024 में चुनाव होगा. झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को समाप्त होने वाला है. पिछला विधानसभा चुनाव दिसंबर 2019 में हुआ था.
झारखंड में डेमोग्राफिक चेंज को चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में BJP
झारखंड में बीजेपी संथाल परगना में हुए डेमोग्राफी में चेंज को लेकर मुखर है. बांग्लादेशी घुसपैठ को बीजेपी आगामी विधानसभा चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बनाने के मूड में है. पार्टी इसे लेकर लगातार हमलावर है. हाल ही में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा और कई विधानसभा क्षेत्रों में 123 फीसदी तक वोटर लिस्ट में वोटर कैसे बढ़े, इसकी जांच की मांग की है.