झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने बुधवार को राज्य में सत्तारूढ़ दलों भाजपा और झामुमो को सच और झूठ पर स्थिति साफ करने को कहा. उन्होंने यह स्पष्ट करने को कहा कि झामुमो के सत्ता बंटवारे के समझौते के दावे के बाद दोनों को हकीकत सामने लानी चाहिए.
पूर्व मुख्यमंत्री मरांडी ने कहा, 'हमें नहीं पता कि कौन झूठ बोल रहा है क्योंकि झामुमो समझौते की बात कह रही है वहीं भाजपा इससे इनकार करती है. उन्हें यह जल्दी से जल्दी स्पष्ट करना चाहिए, ताकि लोगों को पता चले कि कौन सच बोल रहा है.' मरांडी ने कहा कि लोकसभा में एफडीआई के मुद्दे पर चर्चा के दौरान उसी तरह की स्थिति बनी जिस तरह 2010 में शिबू सोरेन द्वारा लोकसभा में एक अविश्वास प्रस्ताव पर संप्रग के पक्ष में मतदान करने के बाद भाजपा ने तत्काल उनकी सरकार से समर्थन वापस ले लिया था.
उन्होंने कहा कि इस उदाहरण को देखते हुए भाजपा को सरकार से समर्थन वापस ले लेना चाहिए, लेकिन वह झामुमो के सत्ता बंटवारे पर सहमति के दावे के बाद भी सत्ता से चिपके हुए है.