scorecardresearch
 

Jharkhand: लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे 1350 जोड़ों ने एक साथ रचाई शादी, गिफ्ट में मिले ये सामान

झारखंड में लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाले करीब 1350 जोड़ों ने एक साथ शादी रचाई. इस तरह की शादी की खूब चर्चा हो रही है. इस पहल के पीछे की वजह भी बहुत ही हैरान कर देने वाली है.

Advertisement
X
हजारों जोड़ों की एक साथ रचाई गई शादी
हजारों जोड़ों की एक साथ रचाई गई शादी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • खूंटी में एक साथ 1350 जोड़ों की हुई शादी
  • लिव इन रिलेशनशिप में रहते थे सभी जोड़े

झारखंड के खूंटी में रविवार को लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाले करीब 1350 जोड़ों ने एक साथ शादी रचाई. इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन खूंटी स्टेडियम में जिला प्रशासन और गैर सरकारी संस्था निमित्त ने मिलकर किया.

Advertisement

जिले के बिरसा मुंडा फुटबॉल स्टेडियम में पारंपरिक रूप से इन जोड़ों की शादी कराई गई, जिसमें ग्रामीण विकास विभाग के सचिव एन.एन सिन्हा भी मौजूद रहे. 

इस सामूहिक विवाह समारोह को लेकर ग्रामीण विकास विभाग सचिव एन.एन सिन्हा ने कहा कि कई लोग खराब आर्थिक स्थिति और कई अन्य वजहों से शादी नहीं कर पाते है. वहीं कई जोड़ों के लिए आयोजन का खर्च उठाना भी संभव नहीं होता. समाज की इन कुरीतियों की वजह से इन जोड़ों को बिना शादी किए साथ रहने के लिए मजबूर होना पड़ता है.

उन्होंने कहा, 'दांपत्य संबंध से समाज में मान्यता नहीं मिल पाती, जिससे जीवन भर इन जोड़ों को परेशानी का सामना करना पड़ता है और इसका सबसे बड़ा नुकसान गांव की महिलाओं और बच्चों को उठाना पड़ रहा है. ये सभी सरकारी योजनाओं से भी वंचित रह जाते हैं.'

Advertisement

इस दौरान उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि इन नवविवाहित जोड़ों को जिला प्रशासन की ओर से सभी कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने का प्रयास है. साथ ही इनका विवाह निबंधन भी सुनिश्चित कराया जाएगा. जोड़ों को आने वाले दिनों में रजिस्टर्ड विवाह प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराया जाएगा.

मौके पर निमित्त संस्था की सचिव निकिता सिन्हा ने बताया कि इस विवाह समारोह का आयोजन सामाजिक उद्देश्यों के साथ किया गया है.

उन्होंने कहा, झारखंड के सुदूर गांव के ढुकु जोड़े लिव इन रिलेशन में रहने को मजबूर हैं और अपने समाज से दूर रहकर कई तरह की परेशानियों को झेल रहे हैं. मुख्यमंत्री कन्यादान योजना जैसे कार्यक्रमों का भी इन्हें लाभ नहीं मिल पाता.

निमित्त द्वारा बीते वर्षों से ऐसे जोड़ों को सामाजिक और कानूनी मान्यता दिलाने के लिए सामूहिक शादी कराई जा रही है. शादी समारोह में नए जोड़ों को कपड़े, बर्तन और अन्य उपहार भी दिए गए. (अरविंद सिंह)

ये भी पढ़ें:

 

Advertisement
Advertisement