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झारखंड शि‍क्षा विभाग का कारनामा, मैट्रिक पास छात्र की उम्र बताया 117 साल

झारखंड के शिक्षा विभाग से जुड़ा एक मजेदार मामला सामने आया है. शिक्षा विभाग की मानें तो मध्यमा यानि दसवीं पास छात्र अरबाज खान की उम्र 117 साल है.

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जेएसी का ऑफिस
जेएसी का ऑफिस

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झारखंड के शिक्षा विभाग से जुड़ा एक मजेदार मामला सामने आया है. शिक्षा विभाग की मानें तो मध्यमा यानि दसवीं पास छात्र अरबाज खान की उम्र 117 साल है. दरअसल, झारखंड एकेडमिक काउंसिल से जारी प्रमाण पत्र में छात्र की जन्मतिथि 9 फरवरी 1900 दर्ज है, जबकि छात्र की सही उम्र 17 साल है. मामला रांची स्थित राजकीय संस्कृत हाई स्कूल का है.

जैक ने जारी किया है प्रमाण
झारखंड एकेडमिक कौंसिल (JAC) ने इस स्कूल के छात्र अरबाज खान को मध्यमा का जो प्रमाणपत्र निर्गत किया है, उसमें उसकी जन्मतिथि 9 फरवरी 1900 अंकित कर दी गई है, जबकि उसका सही जन्म तिथि 9 फरवरी 2000 है. जब छात्र को स्कूल में प्रमाणपत्र मिला तो वह अपनी जन्म तिथि देखकर सन्न रह गया. स्कूल के प्राचार्य से शिकायत करने पर उन्होंने इसे जैक की गलती बता अपना पल्ला झाड़ लिया. अब प्रमाणपत्र में सुधार के लिए छात्र को जैक का चक्कर लगाना पड़ रहा है.

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एडमिट कार्ड में भी गड़बड़ी
सबसे बड़ी बात यह कि इसी छात्र के एडमिट कार्ड में भी उसकी जन्म तिथि 09-02-00 अंकित कर दी गई है. इसके बावजूद न केवल इस छात्र को परीक्षा में शामिल होने दिया गया, बल्कि उसका परिणाम जारी हुआ और अंक पत्र व प्रमाणपत्र भी मिला. दौरान न तो परीक्षा केंद्र पर शिक्षकों और न ही जैक के पदाधिकारियों ने यह गलती पकड़ी. झारखंड एकेडमिक काउंसिल के पदाधिकारी शायद आंखें मूंदकर हस्ताक्षर करते हैं. वह भी छात्र-छात्राओं को मिलने वाले प्रमाणपत्रों पर जो कि उनके भविष्य से सीधे जुड़े होते हैं.

जैक द्वारा जारी कुछ प्रमाणपत्रों में ऐसा ही हुआ है. इसके द्वारा जारी प्रमाणपत्रों में जन्म तिथि व अन्य कॉलमों में भारी त्रुटि है. प्रमाणपत्र पर हस्ताक्षर करनेवाले जिम्मेदार पदाधिकारी ने बिना उसे देखे-समझे उसपर हस्ताक्षर कर दिए.

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