रांची के खेलगांव में 16 और 17 फ़रवरी को होने वाले ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट यानि मोमेंटम झारखंड को लेकर पुरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. शहर के जिन मार्गो से होकर VVIP गुजरेंगे, उसके दोनों और पौधे लगाए गए है. रघुवर सरकार आनेवाले मेहमानों को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है.
दरअसल सरकार को उम्मीद है कि इस समिट के जरिये 3.50 लाख करोड़ का निवेश झारखण्ड में होगा. इस समिट में विदेशी कंपनियों के अलावा रतन टाटा और कुमार मंगलम बिड़ला जैसे उद्योगपति शामिल होंगे.
उत्सव सा माहौल
रांची में पहली बार किसी सरकारी कार्यक्रम में उत्सव जैसा माहौल है. पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है. रंग-बिरंगी लाइट की रोशनी से रात में दीपावली जैसा नजारा है. यह तैयारी 16 और 17 फरवरी को खेलगांव में होने वाले ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट को लेकर की जा रही है. इस सिलसिले में आज हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड का हाथी अब उड़ने और आकाश की उंचाईयों को छूने को तैयार है.
इस समिट में सरकार खासतौर पर मध्यम और लघु उद्योग के क्षेत्र में निवेश को खास प्रोत्साहन देने की बात कह रही है. समिट में देश के बड़े औद्योगिक समूह टाटा, बिड़ला, जिंदल, फोर्बेस, हीरो ग्रुप, एस्सार और अडानी शामिल होंगे. इसके अलावा चालीस से अधिक देशो के व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी इस समिट में शामिल होंगे.
बताया जाता है कि इस समिट के जरिये 3.50 लाख करोड़ का निवेश झारखंड में होगा. इसमें अमेरिकी कंपनी हाइपर लूप ही एक लाख करोड़ के निवेश के लिए एमओयू कर सकती है. पूर्व में हुए एमओयू में कई कंपनियों के पहले चरण के एमओयू की अवधि समाप्त हो गयी है. इनके साथ दूसरे चरण का एमओयू होगा. ऐसा करीब 1.70 लाख करोड़ का एमओयू होना है.
अदाणी ग्रुप भी करेगा 50 हजार करोड़ का निवेशदूसरे चरण के एमओयू में अडाणी ग्रुप के साथ 50 हजार करोड़ के निवेश के लिए एमओयू होगा. अडाणी ने पूर्व में सबस्टीट्यूट नेचुरल गैस प्लांट, खाद कारखाना और चार हजार मेगावाट के पावर प्लांट के लिए एमओयू किया था, जिसकी अवधि जून 2016 में समाप्त हो गयी थी. अब नये सिरे से अडाणी ग्रुप 50 हजार करोड़ के निवेश के लिए एमओयू करेगा. राज्य सरकार माइनिंग कंपनियों को कोयला उत्खनन व अन्य खदानों के लिए लेटर ऑफ इंटेंट यानि एलओआइ भी जारी करेगी.
मोमेंटम झारखंड के दौरान विश्वविद्यालयों की तरफ से सरकार को निवेश का प्रस्ताव दिया गया है. अगले पांच वर्षों का रोड मैप तैयार कर विश्वविद्यालयों ने दिया है. पांच वर्षों में कुल नौ विवि की तरफ से कुल 2339 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा.
विपक्ष विरोध में जुटा
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर पूरे शहर में सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गयी है. हर चौक-चौराहे पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. पूरे शहर में जिला पुलिस के लगभग 2500 और यातायात पुलिस के 1200 जवानों व पदाधिकारियों को तैनात किया गया है. वहीँ विपक्षी दल भी समिट को लेकर विरोध दर्ज कराने में लगे है. मुख्य विपक्षी दल JMM ने कहा है कि यह समिट जमीन लुटेरों का चिंतन शिविर है. जबकि सरकार विपक्षी दलों की भूमिका को विकास विरोधी बता रही है.
PM विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये करेंगे संबोधित
मोमेंटम झारखंड को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. दरअसल इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस समिट में अरुण जेटली , नितिन गडकरी , वेंकैया नायडू, , पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, और जयंत सिन्हा, सुदर्शन भगत, जैसे केंद्रीय मंत्री भी शामिल होंगे. सरकार की मानें तो समिट के सफल होने से झारखंड देश भर में विकास के मामले में अगले पायदान पर होगा.