झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर इस साल के आखिरी में चुनाव होंगे. हालांकि अभी तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है. सूबे में विधानसभा चुनाव से पहले जनता का मूड भांपने के लिए आजतक ने 'मूड ऑफ द नेशन' सर्वे किया. 'मूड ऑफ द नेशन' सर्वे के मुताबिक राज्य में 27 फीसदी लोग सरकार के कामकाज से संतुष्ट हैं. वहीं 37 फीसदी असंतुष्ट और 34 फीसदी जनता कुछ हद तक संतुष्ट है.
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25 फीसदी लोग हेमंत सोरेन से खुश
झारखंड में 25 फीसदी लोग सीएम हेमंत सोरेन के कामकाज से संतुष्ट हैं. 35 फीसदी असंतुष्ट और 30 फीसदी कुछ हद तक संतुष्ट हैं.
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वहीं सिर्फ 14 फीसदी लोग विपक्ष के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं. 30 फीसदी लोग विपक्ष से असंतुष्ट और 17 प्रतिशत कुछ हद तक संतुष्ट हैं.
35 फीसदी जनता विधायकों से नाखुश
सर्वे के मुताबिक 24 फीसदी जनता सांसदों के प्रदर्शन से संतुष्ट है. असंतुष्ट लोगों की संख्या 29 प्रतिशत है और 26 प्रतिशत लोग सांसदों से कुछ हद तक संतुष्ट हैं.
28 फीसदी लोग झारखंड के विधायकों के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं. जबकि 35 फीसदी लोग असंतुष्ट और 31 फीसदी कुछ हद तक संतुष्ट हैं.
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44 फीसदी के लिए बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा
झारखंड के लोगों के लिए बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. 44 फीसदी जनता बेरोजगारी, 15 फीसदी महंगाई, 14 फीसदी विकास, 3 फीसदी भ्रष्टाचार और दो-दो फीसदी लोग कानून व्यवस्था और किसानों को मुद्दा मानते हैं.
झारखंड के 56 फीसदी लोगों की प्रधानमंत्री के तौर पर पहली पसंद पीएम मोदी हैं. वहीं 35 फीसदी जनता की पीएम के रूप में पहली पसंद राहुल गांधी हैं.
साल के अंत में होगा विधानसभा चुनाव
बता दें कि आजतक का MOTN सर्वे 15 जुलाई से 10 अगस्त के बीच किया गया था. ये सर्वे 1,36, 463 लोगों के बीच किया गया था. झारखंड में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में नवंबर या दिसंबर में होगा.
झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को समाप्त होने वाला है. पिछला विधानसभा चुनाव दिसंबर 2019 में हुआ था.