नक्सलवाद मौजूदा वक्त में देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. बीते दिनों सुकमा में हुए नक्सली हमले में देश के 25 जवानों को अपनी जान गंवानी पड़ी. ऐसे में जब किसी नक्सली की बेटी इसे देश की सबसे बड़ी समस्या बता दे तो ये वाकया हैरान करने वाला है. झारखंड पुलिस ने महुदंड स्कूल में नक्सलवाल पर एक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया. जिसमें बच्चों को नक्सलवाद पर निबंध लिखने के लिए कहा गया था.
प्रतियोगीता में करीब सौ बच्चों ने हिस्सा लिया जिसमें नक्सल कमांडर अजय यादव की बेटी नेहा कुमारी ने भी हिस्सा लिया. नेहा स्कूल में सातवीं क्लास की छात्रा है और उसके पिता अजय यादव हाल ही में नक्सल गिरोह के बीच हुई आपसी मुठभेड़ में मारे गए थे. नेहा के परिवार के ज्यादातर सदस्य नक्सलीय वारदातों से जुड़े रहे हैं लेकिन नेहा ने नक्सलवाद पर जो लिखा उसके लिए उसे द्वितीय पुरस्कार से नवाजा गया. नेहा ने निंबध में लिखा कि नक्सलवादी विकास की योजनाओं को बाधित करते हैं और गांव में रोड नहीं बनने देते.
नेहा का पूरा निबंध यहां पढ़ें-
आपको बता दें कि अजय यादव का बड़ा भाई अमृत यादव भी नक्सली था सुरक्षाबलों से हुई मुठभेड़ में मारा गया था. महुदंड के जिस स्कूल में नेहा पढ़ती है उसके पिता अजय यादव ने साल 2009 में उसी स्कूल को बम धमाका कर उड़ा दिया था जबकि अजय यादव खुद भी बचपन में इसी स्कूल का छात्र था.
नेहा की पृष्ठभूमि भले ही नक्सल परिवार से जुड़ी रही हो लेकिन नक्सली हिंसा और इस विचारधारा पर जो विचार नेहा के हैं उससे साफ जाहिर होता है कि सुदूर इलाकों के ये लोग भी अब मुख्यधारा में आने चाहते हैं. नक्सली स्थानीय नागरिकों को ज्यादा दिन नहीं बहका सकते और विकास विरोधी उनकी विचारधारा के साथ स्थानीय लोग नहीं जुड़ना चाहते हैं.