झारखंड में नक्सलियों ने मुख्यमंत्री रघुबर दास की चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए स्वतंत्रता दिवस के दिन खुलेआम तिरंगा फहराकर झंडे को सलामी दी. इतना ही नहीं उन्होंने इस फोटो को सोशल मीडिया के जरिए वायरल भी कर दिया. इससे पहले सीएम ने राज्य के नक्सलियों को आत्म-समर्पण करने की चेतावनी दी थी.
लातेहार में 2 दिन पहले ही एक जनसभा को संबोधित करते हुए झारखण्ड के सीएम रघुबर दास ने कहा था कि नक्सली सरेंडर कर दें, वरना आसमान में भी छुपे होंगे तो भी खोज कर मारेंगे . वैसे आमतौर पर नक्सली स्वतंत्रता दिवस का बहिष्कार करते है और काले झंडे फहराते हैं, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि नक्सलियों से जुड़े किसी संगठन ने तिरंगा फहराकर स्वतंत्रता दिवस मनाया.
चतरा में लहराया तिरंगा
झारखण्ड में घोर नक्सलग्रस्त जिले में शुमार चतरा जिले के सिमरिया इलाके में नक्सली संगठन जीपीपी ने इस घटना को अंजाम दिया है. इस दौरान नक्सली जोनल कमांडर ने कहा कि जब तक सरकार टीपीसी के उग्रवादियों का सफाया नहीं कर देती है और माओवादी का खात्मा नहीं हो जाता है, तब तक उनका संगठन लोगों की रक्षा करने के लिए काम करता रहेगा. बताया जाता है कि यह संगठन माओवादी और टीपीसी का कट्टर विरोधी है.
कई नक्सली संगठन सक्रिय
झारखण्ड में फिलहाल करीब एक दर्जन नक्सली संगठन सक्रिय हैं. पुलिस का मानना है कि इनमें से कुछ को छोड़ कर बाकी के सभी आपराधिक संगठन हैं जिन्होंने नक्सलवाद का चोला पहन रखा है. उसी की आड़ में यह लोग खौफ फैलाकर अवैध उगाही करते हैं. वैसे पुलिस भी कभी-कभी मुखबिरी के लिए इनका सहारा लेती रहती है.