भाकपा माओवादी (CPI-M) के 10 लाख के इनामी जोनल कमांडर लालदीप गंझू उर्फ कलटू ने पलामू आईजी राजकुमार लकड़ा और लातेहार एसपी अंजनी अंजन के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. लालदीप की लातेहार, पलामू, बिहार के सीमावर्ती क्षेत्र, झारखंड के चतरा और लोहरदगा जिले में दहशत थी. लातेहार जिले और बिहार के औरंगाबाद जिले में 8 वारदातों में वह मुख्य अभियुक्त रहा है.
बताया जाता है कि भाकपा माओवादी संगठन में पिछले 20 वर्षों से शामिल था. बाल अवस्था में ही किसी कारण से भाकपा माओवादी में शामिल हुआ था. जोनल कमांडर ने बताया कि पिछले 20 वर्षों से भाकपा माओवादी संगठन में शामिल होने के बाद वह जंगलों में घूम रहा था.
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सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से हुआ प्रभावित
लालदीप ने कहा कि झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आज लातेहार के एसपी अंजनी अंजन के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. पहले मैं जंगल में भटक रहा था. आज आत्मसमर्पण करने के बाद मैं भी आम लोगों की तरह अपना जीवन बिताऊंगा.
लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर 20 साल से माओवादी संगठन के साथ जुड़ा हुआ था. लातेहार और बिहार के औरंगाबाद जिले में की गई कुल 8 वारदातों में वह शामिल था. उसने आज पुलिस समक्ष आत्मसमर्पण किया है.
सरकार के द्वारा चलाई जा रही आत्मसमर्पण नीति का लाभ नक्सलियों उठा रहे हैं. साथ ही अब तक 10 हार्डकोर नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं. इसके अलावा लगातार नक्सलियों पर पुलिस की छापेमारी अभियान में कुल 19 हार्डकोर नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.