झारखंड में गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने पहले अगस्त 2009 के एक नोटिफिकेशन का हवाला देते हुए हेमंत सोरेन सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस राज्य की इस्लामीकरण का प्रयास किया जा रहा है. इसके पीछे उनका तर्क 2007 का एक आदेश है, जिसका जिक्र करते हुए कहा गया है कि यहां 648 ऐसे विद्यालय हैं, जो रविवार के बजाय शुक्रवार को बंद रहते हैं.
उनके इस ट्वीट और रमजान को लेकर बयान से सियासी गलियारे में सरगर्मी बढ़ गई है. हेमंत सोरेन सरकार की तरफ से मंत्री इरफान हमलावर हैं. उनका कहना है कि रमजान की पवित्रता छठ महापर्व के तरह ही है.
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हेमंत सोरेन सबको साथ लेकर चलते हैं लेकिन कैलिफोर्निया से बैठकर ट्वीट करने वाले यानी झारखंड के बाहर से आने वाले सांसद निशिकांत को भला प्रदेश को लेकर क्या दर्द होगा. उन्हें तो सिर्फ अशांति फैलानी है.
सांसद मनीष जायसवाल ने भी लगाए आरोप
संसद में निशिकांत के सहयोगी हजारीबाग से बीजेपी के सांसद मनीष जायसवाल का कहना है कि सरकार यहां सिर्फ तुष्टिकरण के एजेंडे पर काम करती है. उन्होंने हाल ही में शिवरात्रि पर हुए दो समुदाय के बीच हिसंक झड़प का हवाला देते हुए कहा कि डुमरांव गांव में मदरसा को धार्मिक जगह के तरह निर्माण कर दिया गया है. वहीं पास में झंडे लगाने की कोशिश की गई तो उसको मुद्दा बना लिया है.
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धर्म विशेष को विशेष सुविधा देना ठीक नहीं!
बीजेपी के अन्य नेताओं ने भी मनीष जायसवाल के सुर में सुर मिलाया. उनका कहना था कि कभी नमाज रूम को लेकर तो कभी किसी अन्य मुद्दे पर धर्म विशेष को विशेष सुविधा देना ठीक नहीं है. पार्लियामेंट में ऐसा नहीं होता. उन्होंने पूछा कि क्या सरकार चैत्र नवरात्र या रामनवमी पर ऐसा करेगी?