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रांची: ट्रैफिक पुलिस में अब नहीं दिखेंगे तोंदू जवान, स्मार्ट बनाने की कवायद तेज

योजना के मुताबिक, अगर इनमें से काफी संख्या में ट्रैफिक पुलिस दौड़ में असफल हो जाते हैं, तो व्यवस्था संभालने के लिए जिला बल से उन जवानों को ट्रैफिक में लिया जाएगा जो फुर्तीले और तेज-तर्रार हैं.

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सरकार जल्द शुरू करेगी प्रोग्राम
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रांची की ट्रैफिक पुलिस जल्द ही चुस्त-दुरुस्त नजर आएगी. इसके लिए ट्रैफिक महकमे के तोंदू व ओवरवेट जवानों को ट्रैफिक कंट्रोल से हटाए जाने की योजना बनाई गई है. यही नहीं पुलिस प्रशासन ने इसके लिए बाकायदा कवायद भी शुरू कर दी है. इसके लिए जवानों को पांच किमी की दौड़ परीक्षा पास करनी होगी. पूरी कवायद का उद्देश्य यह है कि ट्रैफिक में तैनात जवान फुर्तीले हो और किसी भी परिस्थिति के लिए हमेशा तैयार रहें.

अगर कोई यातायात नियमों का उल्लंघन कर भाग रहा है, तो उसे वे दौड़ाकर पकड़ भी सकें. ट्रैफिक पुलिस में मौजूद पुलिस कर्मियों को लगातार 12 घंटे काम करना पड़ता है. ऐसे में दौड़ से उनकी चुस्ती पता चल सकेगी.

क्यों शुरू हुई कवायद?
दरअसल, ट्रैफिक पुलिस में कई जवान ऐसे हैं, जो काफी मोटे और ओवर वेट हो गए हैं. ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की कमी की वजह से ऐसे लोगों को भीड़-भाड़ वाले पोस्ट पर तैनात करना पड़ता है. कई बार देखा गया है कि ये जवान भाग-दौड़ नहीं कर पाते फिलहाल शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को संचालित करने में 186 जवान लगे हुए हैं. योजना के मुताबिक, अगर इनमें से काफी संख्या में ट्रैफिक पुलिस दौड़ में असफल हो जाते हैं, तो व्यवस्था संभालने के लिए जिला बल से उन जवानों को ट्रैफिक में लिया जाएगा जो फुर्तीले और तेज-तर्रार हैं.

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इस पहल से व्यवस्था में होगा सुधार
ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, ट्रैफिक में यह नई पहल, व्यवस्था सुधारने के लिए की जा रही है. साथ ही कई बदलाव ट्रैफिक में किए जा रहे हैं जो जल्दी दिखना शुरू हो जाएगा. इतना ही नहीं शहर के 40 पोस्ट पर ई-चालान की शुरुआत भी जल्द होगी. इन सभी पोस्ट पर फर्स्ट एड बॉक्स की व्यवस्था भी होगी. योजना के मुताबिक, ट्रैफिक पुलिस को फर्स्ट एड बॉक्स वाला एक बैग भी दिया जाएगा, जिसमें मेडिकल की सभी जरूरी चीजें रहेंगी.

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