झारखंड के पलामू जिले में महा शिवरात्रि को लेकर तोरण द्वार बनाने को लेकर बुधवार के दिन दो पक्ष भिड़ गए थे. इस दौरान जमकर ईंट-पत्थर चले और पेट्रोल बम का भी इस्तेमाल किया गया. उत्पात मचाती भीड़ ने ठेले पलट दिए, वाहनों में तोड़फोड़ की और घरों को भी आग लगाने का प्रयास किया. एक दिन पहले हुई हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने पलामू जिले में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी थी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक पलामू जिला प्रशासन ने इंटरनेट सेवा पर बैन की अवधि को अब 19 फरवरी को दिन में 10 बजे तक बढ़ा दिया है. प्रशासन की ओर से महा शिवरात्रि को देखते हुए कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए ये कदम उठाया है. पलामू के पांकी बाजार में हुई इस हिंसक झड़प को लेकर 145 नामजद और 500 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
डिप्टी कमिश्नर आंजनेयुलू डोड्डे ने दावा किया है कि पांकी बाजार में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और हिंसा की घटना के बाद इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है. दूसरी तरफ, पांकी बाजार हिंसा के बाद पुलिस महकमे के साथ ही जिला प्रशासन भी एक्टिव मोड में आ गया है. पलामू जिले के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा खुद भी पांकी बाजार में कैंप कर रहे हैं.
पांकी बाजार में स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बलों के करीब एक हजार जवानों को तैनात किया गया है. पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने पांकी बाजार में फ्लैग मार्च भी किया. पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवान फ्लैग मार्च कर लोगों को ये भरोसा दिलाने की कोशिश कर रहे हैं कि हालात अब काबू में हैं. पांकी बाजार में हिंसा के बाद सभी स्कूल-कॉलेज और बाजार बंद हैं.
अब तक 13 गिरफ्तार
पांकी बाजार हिंसा के मामले में पुलिस ने आरोपियों की धर-पकड़ भी शुरू कर दी. पलामू रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) राजकुमार लाकड़ा के मुताबिक अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पकड़े गए लोगों में पांकी पश्चिमी पंचायत के पूर्व मुखिया नेहाल खान भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि हालात तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में हैं.
तोरण द्वार को लेकर हुआ था विवाद
आईजी ने ये भी बताया कि उत्पात कर रहे लोगों ने एक शेड को आग लगा दी थी लेकिन इस घटना में किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है. घटना के बाद से ही इलाके में धारा 144 लागू है. गौरतलब है कि बुधवार के दिन महाशिवरात्रि के लिए तोरण द्वार बनाए जाने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए थे. अलग-अलग समुदाय के दो पक्षों में तोरण द्वार को लेकर शुरू हुई कहासुनी पत्थरबाजी में बदल गई थी.
दोनों पक्ष के लोग आमने-सामने आ गए और जमकर ईंट-पत्थर चले. इस घटना में एक जूनियर पुलिस अधिकारी और चार पुलिसकर्मियों समेत आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए थे. घटना के बाद पुलिस-प्रशासन ने बुधवार की शाम 4 बजे से गुरुवार की शाम 4 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवाएं बैन कर दी थीं. प्रशासन ने ताजा हालात को देखते हुए इंटरनेट बैन 19 दिसंबर को दिन में 10 बजे तक के लिए बढ़ा दिया है.