प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देवघर में एयरपोर्ट का उद्घाटन किया. इसके अलावा 16,800 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. वहीं नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी झारखंड के लिए एक बड़ी घोषणा कर दी.
उन्होंने कहा कि झारखंड में अभी रांची और देवघर में हवाई अड्डे हैं लेकिन आने वाले समय में यहां बोकारो, जमशेदपुर और दुमका में भी हवाई अड्डे बनाए जाएंगे. इतना ही नहीं झारखंड में एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए 14 नए हवाई मार्ग तैयार किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि पिछले 8 साल से झारखंड में 1,500 विमान यात्री हर दिन सफर करते थे, अब यह संख्या बढ़कर 7,500 तक पहुंच गई है.
देश में तीन साल में बनेंगे 79 और एयरपोर्ट
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने ट्विटर पर जानकारी दी कि मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का संकल्प है कि 2024-25 तक देश में कुल 220 हवाईअड्डे और 1,000 नए UDAN फ्लाइट रूट शुरू हो जाएं. बताया कि अभी देश में 141 हवाईअड्डे और उड़ान के 423 रूट हैं.
हम अभावों को अवसरों में बदल रहे: मोदी
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि बाबा वैद्यनाथ के आशीर्वाद से हजारों करोड़ के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है. इनसे झारखंड की आधुनिक कनेक्टिविटी, ऊर्जा, स्वास्थ्य, आस्था और पर्यटन को बहुत अधिक बल मिलेगा. उन्होंने कहा कि सरकार आभावों को अवसरों में बदल रही है.
मोदी ने कहा कि राज्यों के विकास से राष्ट्र का विकास, देश पिछले 8 वर्षों से इसी सोच के साथ काम कर रहा है. पिछले 8 वर्षों में राजमार्ग, रेलवे, वायुमार्ग, जलमार्ग हर प्रकार से झारखंड को कनेक्ट करने के प्रयास में भी यही सोच, यही भावना सर्वोपरि रही है.
जनता का पैसा बर्बाद नहीं होने देंगे
नरेंद्र मोदी ने कहा कि विकास की गंगा बहती रहे, हमारा यही प्रयास रहता है. जनता का आशीर्वाद ही मेरी पूंजी है. उन्होंने कहा कि हम जिसका शिलान्यास हम करते हैं, उसका उद्घाटन भी हम ही करते हैं.
उन्होंने कहा कि देवघर में शिव भी हैं और शक्ति भी है. भारत आस्था-तीर्थ की धरती है. पहले सरकारें जाने के बाद योजनाएं पूरी हो पाती थीं, लेकिन हम जनता की पाई-पाई की कीमत समझते हैं. धरोहरों को सहेजने के निवेश कर रहे हैं. हम नहीं चाहते हैं कि जनता का एक भी पैसा बर्बाद हो. भारत के कोने-कोने में पर्यटन की शक्ति है.
काशी में 3 गुना श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी
पीएम ने कहा कि काशी में पुनर्निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है. बनारस में कई गुना बढ़ोतरी हुई है. तीन साल पहले की तुलना में इस साल अभी तक 3 गुना ज्यादा श्रद्धालु आए हैं. इससे होटल, ढाबे, नाव, ऑटो, फूल पौधे, पूजा का सामान बेचने और चाय बेचने वालों को भी बहुत फायदा हो रहा है.