जमशेदपुर पुलिस ने बैंक में हुई 1 करोड़ की लूट में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें एक महिला भी शामिल थी. इनको बिहार से गिरफ्तार किया गया है. गिरोह के पास से भारी मात्रा में कैश और जेवरात के साथ हथियार बरामद किया गया है.
यह गिरोह पटना के बेउर जेल से संचालित किया जाता था. इस गिरोह में करीब 100 से अधिक लोग हैं. ये लोग बिहार, झारखंड, बंगाल,ओडिशा, छत्तीसगढ़, गुजरात और मध्यप्रदेश के कई इलाको में साल 1995 से बैंक में डकैती करता है.
दरअसल, जमशेदपुर के बैंक ऑफ इंडिया में 18 अगस्त की सुबह CBI बन कर बैंक को लूट लिया था. इसमें करीब एक करोड़ बारह लाख ग्यारह हजार की लूट की थी. 33 लाख 68 हजार 890 कैश और सोने की गहने थे. पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी कई बार जेल जा चुके है. इस गैंग में राजीव रंजन, निभा कुमारी,धर्मेंद्र कुमार,नीरज बड़ाइक और प्रमोद बिंद शामिल है.
विदेश भागने की थी तैयारी
सभी आरोपी बिहार के पटना और समस्तीपुर के रहने वाले है. इन लोगों ने बताया कि उनका सरगना पटना के बेउर जेल में बंद हैं. यह सभी लोग उसके लिए ही काम करते हैं. इन लोगों के पास बिहार और झारखंड के काफी संपत्ति है. सभी लोग विदेश भागने की तैयारी कर रहे थे.
मामले में जमशेदपुर के एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया, "जमशेदपुर में बैंक डकैती करने वाले 5 बैंक लुटेरों को गिरफ्तार किया है. यह गिरोह बैंक ऑफ इंडिया से नगद और सोना लूट लिया था. गिरोह काफी शातिर है. लूट के लिए कंटेनर का इस्तेमाल करते थे. जमशेदपुर की घटना के बाद ये लोग कंटेनर से कोलकाता चले गए थे और वहां से नेपाल चले गए थे."
उन्होंने आगे बताया, "इस गिरोह के दूशरे ग्रुप ने कुछ दिनों पहले धनबाद में भी लूट किया था. वहां इनलोगों का एक साथी मारा गया था. इन सभी लिंक को जोड़ कर जिला पुलिस ने आज इनको गिरफ्तार किया है. फिलहाल, पूरा रकम और सोना बरामद नहीं हो पाया है. इनके चार साथी अब भी फरार हैं. जिनकी तलाश पुलिस कर रही है."