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रांची में छेड़छाड़ को लेकर पुलिस का पैदल मार्च, छात्राओं को किया जागरूक

एसपी (ग्रामीण) सुमित कुमार अग्रवाल ने लालपुर स्थित महिला कॉलेज और कौशल कॉलेज की छात्राओं से कॉलेजों, सार्वजनिक परिवहन और सड़कों पर सुरक्षा चिंताओं के बारे में बातचीत की. पुलिस ने महिला कॉलेज की छात्राओं को स्थानीय पुलिस स्टेशन के प्रभारियों के संपर्क नंबर दिए और उन्हें छेड़छाड़ या छेड़छाड़ की किसी भी घटना की रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया. अधिकांश छात्राएं 100, 112 जैसे आपातकालीन नंबरों और क्यूआर कोड प्रणाली से अनजान पाई गईं.

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रांची पुलिस ने जागरुकता अभियान चलाया (फोटो- Meta AI)
रांची पुलिस ने जागरुकता अभियान चलाया (फोटो- Meta AI)

रांची में शुक्रवार को पुलिस ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए पैदल मार्च किया. इस दौरान सभी थाना क्षेत्र में पड़ने वाले स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान एवं गर्ल्स हॉस्टल में छात्राओं से बात की गई और उनकी समस्याओं को सुना गया. साथ ही साथ कहीं पर छेड़छाड़ (Eve Teasing) के मामले को लेकर डायल 112 तथा QR Code के माध्यम से शिकायत दर्ज करने के लिए कहा गया.

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एसपी (ग्रामीण) सुमित कुमार अग्रवाल ने लालपुर स्थित महिला कॉलेज और कौशल कॉलेज की छात्राओं से कॉलेजों, सार्वजनिक परिवहन और सड़कों पर सुरक्षा चिंताओं के बारे में बातचीत की. पुलिस ने महिला कॉलेज की छात्राओं को स्थानीय पुलिस स्टेशन के प्रभारियों के संपर्क नंबर दिए और उन्हें छेड़छाड़ या छेड़छाड़ की किसी भी घटना की रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया. अधिकांश छात्राएं 100, 112 जैसे आपातकालीन नंबरों और क्यूआर कोड प्रणाली से अनजान पाई गईं. 

कौशल कॉलेज के आवासीय छात्रों ने अपने संस्थान के पास सड़क किनारे की दुकानों पर चिंता जताई, जहां शाम के समय भीड़ लग जाती है. कुछ छात्राओं ने नामकुम और बूटी मोड़ जैसे इलाकों में नशे में धुत व्यक्तियों की समस्या की भी शिकायत की. एक छात्रा ने कहा कि उसके साथ लालपुर में छेड़छाड़ हुई, लेकिन उसने घटना की रिपोर्ट नहीं की.

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एसपी कुमार ने छात्रों को आश्वासन दिया कि ऐसी घटनाओं की रिपोर्ट करते समय उनकी पहचान सुरक्षित रखी जाएगी और पुलिस को निर्देश दिया कि वह केवल संस्थानों से गुजरने के बजाय गश्त के दौरान छात्रों से नियमित रूप से बातचीत करे. 

उन्होंने कहा, "हमारा उद्देश्य छात्रों के साथ संचार को मजबूत करना और कानून में उनका विश्वास बनाना है. हम सुरक्षा से संबंधित संपर्क नंबरों और ऐप्स के बारे में मासिक जागरूकता सत्र आयोजित करने की योजना बना रहे हैं." 

उपायों में छात्रों को आपातकालीन नंबरों से परिचित कराना, उन्हें क्यूआर कोड प्रणाली और गोपनीय रिपोर्टिंग प्रणाली के बारे में विवरण प्रदान करना और पुलिस स्टेशन के प्रभारियों के साथ सीधा संपर्क स्थापित करने में मदद करना शामिल है.

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