झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Jharkhand CM Hemant Soren) के काफिले पर हमले के आरोपी भैरव सिंह की जमानत पर शहर के विभिन्न चौक चौराहे पर पोस्टर लगाने को लेकर आदिवासी समर्थकों ने आपत्ति जताई, जिसके बाद प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पोस्टर को हटा दिया.
दरअसल, 24 मार्च को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले पर हमला हुआ था. इस मामले में भैरव सिंह को आरोपी बनाया गया है. उसने सिविल कोर्ट में सरेंडर किया था और इसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. 26 जुलाई को कोर्ट ने भैरव सिंह को जमानत दी थी.
रांची के सहजानंद चौक, किशोरगंज चौक, अरगोड़ा, लालपुर सहित कई जगहों पर इसी तरह के पोस्टर-होर्डिंग्स लगाए जाने की खबर मिलते ही रांची पुलिस हरकत में आ गई. नगर निगम की इनफोर्समेंट टीम को बुलाकर ऐसे सभी होर्डिंग्स को हटाया गया. रांची नगर निगम के इनफोर्समेंट अफसर संतोष कुमार ने कहा कि सभी जगह से ऐसे पोस्टरों को हटाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसे पोस्टर लगे होने की सूचना नहीं मिली थी.
पोस्टर पर सरना समिति के सचिव रवि तिग्गा ने कहा कि निर्वाचित सरकार के मुख्यमंत्री के काफिले पर हमला करने के आरोपी पर राजद्रोह का मामला बनता है, ऐसा आदमी हाथ में सरना धर्म का झंडा लिए पोस्टर में दिख रहा है. उन्होंने कहा कि इससे सरना धर्म के अनुयायियों की धार्मिक भावना को ठेस पहुंची है. सरना समिति ने भैरव सिंह और पोस्टर लगाने वालों पर धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने का मामला दर्ज करने की मांग की.