बीजेपी से निलंबित नेता नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए गए बयान के विरोध में शुक्रवार को हुए प्रदर्शन के दौरान रांची में दो लोगों की मौत हुई थी. इनमें से एक मुदस्सिर नाम का लड़का था. रांची में गोली लगने से घायल मुदस्सिर उर्फ कैफी की उपचार के दौरान शनिवार को रिम्स में मौत हो गई थी. मुदस्सिर का एक वीडियो सामने आया था जिसमें वह इस्लाम जिंदाबाद के नारे लगाता नजर आ रहा था.
इस्लाम जिंदाबाद का नारा लगाने के बाद मुदस्सिर को गोली लगी और इसके एक दिन बाद उसकी मौत हो गई थी. मुदस्सिर की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिवार में मातम पसरा है. बेटे को गंवाने के गम में डूबी मां के रोने की आवाज से कलेजा कांप जा रहा. मुदस्सिर अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था.अपने इकलौते बेटे को गंवाने वाली मां के पास सरकार, पुलिस, प्रशासन और व्यवस्था से ढेर सारे सवाल हैं.
आजतक से बात करते हुए मुदस्सिर की मां ने कहा कि वह मेरा इकलौता बेटा था. उसे मार दिया. बेबस मां ने सवाल किया कि क्या इस्लाम जिंदाबाद के नारे लगाना गलत है? क्या ये अपराध है? उन्होंने अपने बेटे के लिए न्याय की गुहार लगाई और कहा कि उसे गोली मारने वाले को मेरे सामने लाया जाए. मैं उससे पूछूंगी कि उसे गोली मारने का अधिकार किसने दिया?
आंसुओं से सराबोर मां ने रुंधे गले से कहा कि मुझे मेरा बेटा लौटा दो. जिसने गोली मारी उसे मेरे सामने खड़ा करो. उन्होंने कहा कि किस सरकार ने गोली मारने का आदेश दिया. क्या सरकार मुझे मेरा बेटा लौटा पाएगी? मुदस्सिर की मां ने कहा कि मेरा बेटे को जब गोली मारी गई, वह अकेला था. वहां तो कोई भीड़ भी नहीं थी.
उन्होंने अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाने की भी गुहार लगाई. गौरतलब है कि रांची में हुए प्रदर्शन के बाद भड़की हिंसा में गोली लगने से दो लोगों की मौत हो गई थी. रांची में हालात बिगड़ने के बाद प्रशासन ने कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया था. इंटरनेट पर भी बैन लगा दिया गया था. अब इंटरनेट सेवा बहाल हो गई है लेकिन कई इलाकों में अब भी धारा 144 लागू है.