झारखंड के चाईबासा में चलती ट्रेन में दिव्यांग महिला यात्री के यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है. ट्रेन में पेंट्री कार के एक कर्मी के द्वारा दिव्यांग महिला से मारपीट की गई और फिर आरोपी ने उसका यौन उत्पीड़न किया.
इस घटना के बाद आरोपी पेंट्री कार के कर्मचारी रामजीत सिंह और पीड़ित दिव्यांग महिला को चक्रधरपुर जीआरपी थाने में ट्रेन से उतारा गया. महिला के बयान पर मामले की जांच कर चक्रधरपुर जीआरपी आगे की कार्रवाई कर रही है.
ट्रेन के टॉयलेट में हुई घटना
यह शर्मनाक घटना उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन के कोच संख्या एस 3 के टॉयलेट में हुई. पीड़ित दिव्यांग महिला ने बताया की वह अपने 13 साल के बेटे के साथ भुवनेश्वर से ट्रेन में झांसी जाने के लिए सवार हुई थी. ट्रेन के एस 3 कोच के बर्थ संख्या 23 पर सफ़र कर रही थी. इस दौरान उसके साथ पेंट्रीकार का कर्मचारी रामजीत सिंह गलत व्यवहार कर रहा था. वो कोच के टॉयलेट में गयी थी.
इसी दौरान रात के ढाई बजे पेंट्री कार का कर्मचारी रामजीत सिंह भी महिला के पीछे-पीछे पहुंच गया और उसे अकेला पाकर टॉयलेट के अंदर घुसकर दरवाजा बंद कर दिया. इसके बाद वो पीड़िता से जबरदस्ती करने लगा. महिला ने जब इसका विरोध किया तो आरोपी रामजीत सिंह ने दिव्यांग महिला को थप्पड़ जड़ दिया और जबरन उसका शारीरिक शोषण किया.
आरोपी को यात्रियों ने पकड़ा
पीड़ित महिला ने बताया की आरोपी रामजीत सिंह नशे में धुत था. महिला की शिकायत के बाद यात्रियों ने पेंट्रीकार कर्मी रामजीत को धर दबोचा, उसके बाद उसे पकड़कर रखा और करीब 300 किमी पार करने के बाद जब ट्रेन चक्रधरपुर पहुंची तो आरोपी को यात्रियों ने चक्रधरपुर जीआरपी पुलिस को सौंप दिया.
घटना के बाद से दिव्यांग महिला काफी डरी हुई है. इस घटना से उसका मासूम बच्चा भी सहम गया है. इस घटना को लेकर ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.