आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रवि शंकर ने शुक्रवार को रांची में अपने कार्यक्रम के दौरान आजतक से खास बातचीत में कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सभी को है चाहे वो गुरमेहर हो या उससे भिन्न मत रखने वाले. बातों-बातों में उन्होंने इस ओर इशारा भी किया कि अभिव्यक्ति की आड़ में राष्ट्रविरोध नहीं होना चाहिए.
उन्होंने यह भी कहा कि अभिव्यक्ति की जितनी स्वतंत्रता भारत में है, उतनी किसी और देश में नहीं है. गौरतलब है कि श्री श्री बीते तीन दिनों से झारखंड में हैं. रांची आने से पहले उन्होंने देवघर और धनबाद में भी सत्संग का आयोजन किया है.
नक्सलियों से मुख्यधारा में जुड़ने की अपील
शराब से मन भी दुर्बल होता है
श्री श्री ने कहा कि शराब अपने साथ कई बुराइयों को भी साथ लाती है. इससे न केवल तन बल्कि मन भी दुर्बल होता है. इससे परिवार टूट जाते है. शराब की वजह से समाज को नुकसान झेलना पड़ता है. उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि झारखंड में भी शराबबंदी लागू करें.
स्वच्छता पर उन्होंने कहा कि हर लोग अगर स्वच्छता पर ध्यान देंगे तो कई तरह की समस्याएं दूर हो सकती है. तालाबों में प्लास्टिक की बोतल, कूड़ा नहीं डालें. इससे प्राकृतिक जल स्रोत खत्म होते हैं. वैसे ही पूरी दुनिया में पानी के लिए हाहाकार है. उस पर से लोग तालाबों को खत्म कर इस संकट को और बढ़ावा दे रहे हैं. इन तालाबों को बचाएं.