झारखंड के पाकुड़ जिले में सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश के साथ कथित तौर पर बीजेपी, भारतीय जनता युवा मोर्चा और एबीवीपी के सौ से अधिक कार्यकर्ताओं ने मारपीट की और उनके कपड़े फाड़ दिए. अग्निवेश के साथ माीरपीट की घटना की राजनीतिक हलकों में कड़ी निंदा की गई है. राज्य के सीएम ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.
राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने इस हमले पर चिंता व्यक्त करते हुए इसकी जांच संथाल परगना के मंडलायुक्त और पुलिस उपमहानिरीक्षक से कराने के निर्देश दिए.
केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने मारपीट की घटना की आलोचना करते हुए कहा कि लोकतांत्रिक देश में कानून का शासन सर्वोपरि है. किसी तरह का गैरकानूनी हरकतें जो किसी नागरिक के अधिकारों का उल्लंघन करता है तो दंडित किया जाना चाहिए. सीपीआईएम ने भी इस घटना की आलोचना की और हमलावरों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की.
I condemn the dastardly attack on Shri @swamiagnivesh ji in Pakur, Jharkhand. The rule of law is supreme in our constitutional democracy. Any unlawful acts, particularly those that violate the rights of any citizen, should be punished with the full force of law.
— Jayant Sinha (@jayantsinha) July 17, 2018
बीजेपी के झारखंड प्रदेश महासचिव और प्रदेश मुख्यालय प्रभारी दीपक प्रकाश ने इस घटना पर कहा, 'लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है. पार्टी अग्निवेश के साथ मारपीट की घटना की गंभीरता से जांच कर रही है. बीजेपी या उससे जुड़े संगठनों के कार्यकर्ता इस तरह की हिंसा नहीं कर सकते हैं.' हालांकि उन्होंने यह भी सलाह दी कि वह दूसरे की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करना बंद करें.
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने घटना की आलोचना की और ट्वीट करते हुए कहा कि बीजेपी शासित राज्यों में बीजेपी के गुंडों ने स्वामी अग्निवेश पर कातिलाना हमला किया. इन राज्यों में बीजेपी गुंडों को कानून का कोई खौफ नहीं है. दोषियों को सजा मिलनी चाहिए. साथ ही बीजेपी को इस शर्मनाक घटना पर माफी मांगनी चाहिए.
Strongly condemn the murderous attack on Swami Agnivesh in BJP ruling state Jharkhand by BJP goons. These state sponsored BJP gundas don’t have any fear of law. Culprits must be punished. BJP should apologise for this shameful & gruesome act. pic.twitter.com/3lJy0UOizr
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 17, 2018
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने भी इस घटना की निंदा की और कहा कि लोकतंत्र में ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएगी. दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.