झारखंड के पलामू में दो गुटों के बीच पत्थरबाजी और आगजनी के बाद से ही इलाके में धारा 144 लागू है. दरअसल, पलामू के पांकी में महाशिवरात्रि के तोरण द्वार को बनाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था, जिसके बाद उपद्रवियों ने आसपास के इलाके में पत्थरबाजी करते हुए आगजनी कर दी थी. इस हिंसा के बाद पांकी बाजार छावनी में तब्दील हो गया है.
जानकारी के मुताबिक इस हिंसा के बाद शहर में सन्नाटा है, भारी पुलिस बल मौके पर तैनात है. इसके अलावा लॉ एंड ऑर्डर को कंट्रोल करने के लिए इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं. इस हिंसा को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आजतक से खास बातचीत की है.
ओवैसी ने गेट लगाने को बताया गलत
बातचीत के दौरान ओवैसी ने कहा, कभी भी पांकी में जामा मस्जिद के सामने शिवरात्रि का गेट नहीं लगाया गया था. ओवैसी ने कहा कि जामा मस्जिद के सामने गेट नहीं लगाना चाहिए था, यह पहले से पुलिस के सामने तय किया गया था. ओवैसी ने सवाल खड़े किए कि अचानक मस्जिद के ऊपर पत्थर क्यों फेंके गए? 2 घरों को जला दिया गया, बाइक और गाड़ियां जला दीं.
सरकार और संघ पर साधा निशाना
ओवैसी ने आरोप लगाया कि यह संघ परिवार की साजिश थी और बवाल करने में वो कामयाब हो गए. राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए AIMIM प्रमुख ने कहा इस बवाल की पूरी जिम्मेदारी झारखंड सरकार की है और उनकी नाकामी है. ओवैसी ने कहा बवाल करने में दंगाई और संघ परिवार जीत गए और शांति रखने में सरकार चूक गई.
घटना को लेकर क्या बोले अधिकारी?
इस घटना को लेकर आईजी राजकुमार लकड़ा और उपायुक्त ए डोडे व एसपी चंदन सिन्हा ने कहा कि घटना में पुलिस के 6 जवान हिंसा को नियंत्रित करते समय घायल हुए हैं. अधिकारियों का कहना है कि शिवरात्रि तक फोर्स की तैनाती रहेगी. अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवा 24 घंटे के लिए बंद की जाएगी.