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टाना भगत के आंदोलन के चलते रेल ट्रैक जाम, रेलवे ने झारखंड सरकार को लिखी चिट्ठी

रेलवे का कहना है कि राज्य के कानून व्यवस्था को संभालने की आवश्यकता है और ट्रेन सेवा को बिना किसी देरी के बहाल करने की अनुमति दी जानी चाहिए. 

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प्रदर्शकारियों के कारण रेल सेवा बाधित(फाइल फोटो)
प्रदर्शकारियों के कारण रेल सेवा बाधित(फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • रेल ट्रैक पर जमे हैं प्रदर्शनकारी
  • झारखंड में रेल सेवा बाधित
  • रेलवे ने राज्य सरकार को लिखी चिट्ठी

टाना भगतों के प्रदर्शन के कारण झारखंड रूट पर रेल सेवा बाधित है. नई दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस और दर्जनों मालगाड़ियां कई घंटे से खड़ी हुई हैं. प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए रेलवे ने झारखंड सरकार को चिट्ठी लिखी है. रेलवे ने झारखंड सरकार से टाना भगत प्रदर्शनकारियों को टोरी स्टेशन पर पटरियों से हटाने के लिए कहा है, जिससे कि नई दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस और दर्जनों मालगाड़ियों का रास्ता साफ हो सके. 

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रेलवे का कहना है कि राज्य के कानून व्यवस्था को संभालने की आवश्यकता है और ट्रेन सेवा को बिना किसी देरी के बहाल करने की अनुमति दी जानी चाहिए. रेलवे ने कहा कि नई दिल्ली रांची राजधानी एक्सप्रेस डाल्टनगंज स्टेशन पर पिछले 9 घंटे से खड़ी है और बिजली संयंत्रों के लिए कोयला ले जाने वाली गाड़ियां भी नहीं चल पा रही हैं. इससे बिजली सेवा आपूर्ति प्रभावित होगी.

पूर्व मध्य रेलवे के हाजीपुर डिवीजन के महाप्रबंधक ने झारखंड के मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखी है और प्रदर्शनकारियों को तुरंत पटरियों से हटाने के लिए कहा है. लातेहार जिला के टोरी रेलवे स्टेशन के समीप टाना भगतों ने अप और डाउन रेल पटरियों को बुधवार की शाम 5:30 से ही जाम कर दिया है. रेल परिचालन पूरी तरह से बाधित है. 8 से 10 मालगाड़‍ियां विभिन्‍न स्‍टेशनों पर खड़ी हैं.

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झारखंड के मूल निवासियों में से एक टाना भगत आदिवासी समुदाय से आते हैं. महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलने वाले इस समुदाय की खासियत सफेद कपड़े और सफेद गांधी टोपी है. इनका लक्ष्य आदिवासी जनता को संगठित करने और अंग्रेजों के खिलाफ अहिंसक लड़ाई लड़ना था. आज भी यह समुदाय अपनी जल-जंगल-जमीन के लिए अहिंसक प्रदर्शन करने में विश्वास रखता है.  


 

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