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यास को लेकर पश्चिम सिंहभूम जिले में रेड अलर्ट जारी, तूफान से पहले राहत बचाव कार्य तेज

चक्रवाती तूफान को लेकर तटीय और निचले इलाकों को खाली कराया जा रहा है. बाढ़ और चक्रवाती तूफान से पहले जिले में राहत और बचाव का कार्य तेज कर दिया गया है.

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Yaas Cyclonic Storm
Yaas Cyclonic Storm
स्टोरी हाइलाइट्स
  • जिले में 200 से अधिक राहत शिविर बनाये गए हैं
  • तकरीबन 600 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया
  • चक्रवाती तूफान को लेकर तटीय और निचले इलाकों को खाली कराया जा रहा है

यास चक्रवाती तूफान को लेकर झारखंड का पश्चिम सिंहभूम जिला रेड अलर्ट पर है. यहां बुधवार सुबह से ही लगातार तेज हवा के साथ बारिश हो रही है. लगातार बारिश होने से जिले के नदी नालों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. वहीं, कई घरों में भी बारिश का पानी घुसने लगा है. इससे पूरे जिले में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है और लोगों की परेशानियां बढ़ गयी हैं. जिले में चक्रवाती तूफान के मद्देनजर बाढ़ का भी खतरा बताया गया है.

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चक्रवाती तूफान को लेकर तटीय और निचले इलाकों को खाली कराया जा रहा है. बाढ़ और चक्रवाती तूफान से पहले जिले में राहत और बचाव का कार्य तेज कर दिया गया है. जिले में 200 से अधिक राहत शिविर बनाये गए हैं. जहां पर लोगों को बाढ़ आने से पहले सुरक्षित रखा जा रहा है. अबतक तकरीबन 600 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचा दिया गया है. 

ना सिर्फ प्रशासन बल्कि स्वयं सेवी संस्था गिरिराज सेना भी आगे बढ़कर लोगों को तटीय क्षेत्र से सुरक्षित निकालकर राहत शिविरों में पहुंचा रहे हैं. साथ ही लोगों के लिए खाद्य सामग्री की भी व्यवस्था कर रहे हैं. जिले के डीसी अनन्य मित्तल घूम-घूम कर क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और बचाव और राहत कार्य पर नजर बनाए हुए हैं. इधर कुमारदूंगी में एनडीआरएफ की टीम भी अलर्ट मोड पर है. जैसे ही टीम को सूचना मिलेगी, टीम राहत बचाव के लिए मूव कर जाएगी. डीसी अनन्य मित्तल ने लोगों से घरों से ना निकलने की अपील की है. 

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डीसी के मुताबिक, यास का तूफान जिले के कई महत्वपूर्ण इलाकों से गुजरेगा. यही वजह है कि प्रशासन इस चक्रवाती तूफान को हल्के में नहीं ले रहा है और लोगों से सतर्कता बरतने की अपील कर रहा है. जिला प्रशासन की कोशिश है कि इस चक्रवाती तूफान से होने वाले नुकसान से लोगों को बचाया जाए. जिले में जान माल का नुकसान ना हो.

(इनपुट-जय कुमार)

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