लाल कृष्ण आडवाणी के मनाने के बाद वरिष्ठ बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा जमानत भरने को तैयार हो गए और बुधवार सुबह झारखंड की एक अदालत ने उन्हें जमानत दे दी. उनके साथ उनके 59 समर्थकों को भी जमानत मिल गई है. आज ही उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई हुई.
पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा अपने समर्थकों के साथ 3 जून से हजारीबाग जेल में बंद थे. उन पर झारखंड विद्युत बोर्ड के महाप्रबंधक का घेराव करने और उन्हें रस्सियों से बांधने के आरोप हैं.
आडवाणी ने बताया झारखंड का 'सही' CM उम्मीदवार
अदालत ने उन्हें जमानत लेने को कहा था लेकिन वह AAP संयोजक अरविंद
केजरीवाल की तरह बेल बॉन्ड न भरने पर अड़े हुए थे. मंगलवार को लाल कृष्ण
आडवाणी उन्हें मनाने पहुंचे और उन्हें झारखंड के मुख्यमंत्री पद के लिए 'सही
उम्मीदवार' बताया. आडवाणी ने बिजली कटौती के खिलाफ उनके प्रदर्शन को
ऐतिहासिक बताया.
यशवंत से दो घंटे की बातचीत के बाद आडवाणी ने कहा, 'मुझे ये लगता है कि जब उन्हें समर्थन और सम्मान मिल रहा है तो उन्हें बीजेपी नेताओं की राय का सम्मान करना चाहिए. उन्हें जेल से बाहर आ जाना चाहिए.' गौरतलब है कि केंद्र सरकार जिन नए राज्यपालों की नियुक्ति पर विचार कर रही है, उनमें यशवंत सिन्हा के नाम की भी चर्चा है.