झारखंड समेत देश भर में सम्मेद शिखर की पवित्रता को अक्षुण रखने के लिए जैन समाज आंदोलन कर रहा है. 2019 में केंद्र ने नोटिफिकेशन जारी किया था जिसमें पारसनाथ सेक्टर को इको सेंसेटिव जोन बनाने का उल्लेख था. इससे जैन समाज में उबाल है. उनका कहना है कि इससे पवित्रता भंग होने की संभावना है. देखें ये रिपोर्ट.