एक तरफ जहां देश भर में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते अस्पतालों में बेड की कमी और ऑक्सीजन की समस्या की वजह से अवसाद का माहौल है तो इसी बीच मध्य प्रदेश के बैतूल से बेहद ही सकारात्मक खबर सामने आई है.
यहां रहने वाले 104 साल के बुजुर्ग बिरदी चंद गोठी ने इस उम्र में भी घर मे रहकर ही कोरोना से जंग जीती है और अब वो पूरी तरह स्वस्थ हैं. दरअसल करीब दो हफ्ते पहले बिरदी चंद गोठी कोरोना संक्रमित हो गए थे. इस उम्र में घर के मुखिया को कोरोना होने पर घर के बाकी सदस्य बुरी तरह घबरा गए थे लेकिन बिरदी चंद गोठी ने तय किया कि अस्पताल जाने की बजाय वो होम आइसोलेशन में रहना पसंद करेंगे.
इसके बाद डॉक्टरों की सलाह पर उनका इलाज घर पर ही शुरू हुआ और समय-समय पर उन्हें दवाइयों के साथ ही ऑक्सीजन भी दी गई. डॉक्टर भी उनकी हालत पर नजर रखे हुए थे. आखिरकार 10 दिन चले इलाज के बाद बिरदी चंद गोठी ठीक हो गए और अब बिल्कुल स्वस्थ्य है.
ठीक होने के बाद उन्होंने बताया कि 'सादा जीवन, सादा खाना और डॉक्टरों की मदद से मैं ठीक हो गया हूं घर में रहकर इलाज हुआ और मैं ठीक हो गया परिवार के लोगों ने और काम करने वालों ने मेरी दिन रात बहुत सेवा की. मैंने अपने आप को सकारात्मक रखा और कभी अपने आप को लगने ही नहीं दिया कि मुझे कोरोना हो गया है'.
बता दें कि बीते 24 घंटे में मध्य प्रदेश में कोरोना के 12,918 नए मामले सामने आए. 104 लोगों की मौत हुई. अब तक यहां 4,85,703 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं और 5,041 मरीजों की मौत हो चुकी है. फिलहाल यहां 89,363 मरीजों का इलाज चल रहा है.
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