शहरी आधारभूत संरचना को प्रोत्साहन देने के लिए मध्य प्रदेश में अगले साल के शुरुआत में होगा रियल इस्टेट समिट का आयोजन. इस बात की जानकारी खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दी.
शिवराज चौहान ने कहा, ‘अगले तीन महीने में राज्य में रियल इस्टेट समिट का आयोजन होगा. उन्होंने इसका जिक्र ‘इंडिया टुडे रियल इस्टेट कॉनक्लेव 2012’ के दौरान ‘मध्यप्रदेश में शहरीकरण’ विषय पर बोलते हुए की.
चौहान ने कहा, ‘हमें शहरों में आधारभूत ढांचे में सुधार करने की जरूरत है क्योंकि यहां की 30 फीसदी आबादी शहरों में रहती है.’ उन्होंने साथ ही बल देते हुए कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि गरीब हों या आम आदमी सभी ऐसी जगहों पर रहें जहां मूलभूत सुविधाओं की स्थिति अच्छी हो.
शिवराज ने कहा, ‘हम भोपाल को पर्यावरण के मामले में देश का सबसे बेहतरनी शहर बनाना चाहते हैं और हम इसपर कार्य कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हम राज्य की राजधानी भोपाल को गैस त्रासदी वाले शहर के रूप में लोगों के जेहन में नहीं बसने देना चाहते हैं.’
मुख्यमंत्री ने इस दौरान यह भी बताया कि मध्य प्रदेश में अभी 11.98 फीसदी विकास दर है.
इस दौरान शहरी विकास मंत्री बाबूलाल गौड़ ने कहा, ‘भोपाल का सौंदर्यीकरण जोरों पर है और अब यह शहर रियल इस्टेट कारोबारियों को भी आकर्षित कर रहा है.’ उन्होंने यह भी कहा कि भोपाल में ही एशिया के सबसे बड़ा मानव निर्मित झील भी है.