खंडवा में पिछले 17 दिनों से किसानों द्वारा किया जा रहा जल सत्याग्रह खत्म हो गया है. अपनी मांगों को लेकर पिछले 17 दिनों से 51 महिला एवं पुरुष जल सत्याग्रह कर रहे थे और नर्मदा का विकराल रुप भी उन्हें डरा नहीं पाई.
इन 51 लोगों में शामिल नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता चित्तरुपा पालित ने प्रभावितों की ओर से मांगे रखी तथा इलाके के जलमग्न होने से पहले पुनर्वास एवं जमीन के बदले जमीन देने के साथ साथ सुप्रीम कोर्ट के तमाम आदेशों का पालन किये जाने की मांग दोहराई थीं.
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को उन्हें जमीन के बदले जमीन देने और बांध का जल स्तर 189 मीटर तक करने की घोषणा की. चौहान ने भाजपा विधायक लोकेन्द्र सिंह तौमर के नेतृत्व में आये विस्थापितों के एक प्रतिनिधिमंडल से चर्चा के बाद संवाददाताओं से कहा कि सरकार ने जमीन के बदले जमीन देने और बांध का जल स्तर 189 मीटर करने का फैसला किया है.