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मिशन मध्य प्रदेश पर AAP, 5 नवंबर को केजरीवाल का भोपाल दौरा

दिल्ली के सीएम केजरीवाल 5 नवंबर को मध्य प्रदेश का दौरा करेंगे. इतना ही नहीं सूत्रों ने बताया कि 5 नवंबर को भोपाल में होने वाली इस रैली के मंच से अरविंद केजरीवाल ठीक उसके 1 साल बाद होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर सकते हैं.

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी भले ही इस समय मीडिया की सुर्खियों और बयानबाजियों से दूर रहकर यह संदेश देने की कोशिश कर रही हो कि अब उनका पूरा ध्यान सिर्फ दिल्ली पर है और दूसरे राज्यों में चुनाव लड़ने पर नहीं, तो ऐसा नहीं है. पार्टी के विश्वस्त सूत्रों ने 'आज तक' को बताया है कि पार्टी दूसरे राज्यों में अपने विस्तार के कार्यक्रम को लगातार बढ़ा रही है. सूत्रों के मुताबिक इसी साल 5 नवंबर को पार्टी मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बड़ी जनसभा की तैयारी कर रही है, जिसे पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल संबोधित करेंगे.

विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी

दिल्ली के सीएम केजरीवाल 5 नवंबर को मध्य प्रदेश का दौरा करेंगे. इतना ही नहीं सूत्रों ने बताया कि 5 नवंबर को भोपाल में होने वाली इस रैली के मंच से अरविंद केजरीवाल ठीक उसके 1 साल बाद होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर सकते हैं. आम आदमी पार्टी अगले साल होने वाले मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी जोरों-शोरों से कर रही है. इसके लिए तीनों राज्यों में नेताओं को बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं.

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भोपाल में होगी AAP की जनसभा

आम आदमी पार्टी के मध्य प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल ने 5 नवंबर को भोपाल में होने वाली जनसभा की खबर को स्पष्ट करते हुए कहा कि उस तारीख को आम आदमी पार्टी मध्य प्रदेश से भ्रष्टाचार को मिटाने की मुहिम का शंखनाद करेगी. जाहिर है यह इशारा विधानसभा चुनाव लड़ने का है. मध्य प्रदेश में अगले साल नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसके लिए आम आदमी पार्टी के पास पर्याप्त वक्त है. मध्य प्रदेश में लड़ाई सीधे-सीधे सत्ता में बैठे शिवराज सिंह चौहान की बीजेपी सरकार और विपक्ष में बैठी कांग्रेस के बीच है, ऐसे में बतौर तीसरी पार्टी आम आदमी पार्टी को अपनी जमीन तलाशने के लिए बहुत मेहनत करनी होगी.

गुजरात में चुनाव लड़ेगी AAP

इन खबरों से एक बात और स्पष्ट है कि भले ही आम आदमी पार्टी के बड़े नेता सुर्खियों से दूर बने हों और अरविंद केजरीवाल चुप्पी साधे हों, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि पार्टी चुपचाप सिमट गई है. बल्कि आम आदमी पार्टी और उसके तमाम नेता बिना शोर-शराबा किए बिना चुपचाप दूसरे राज्यों में अपनी जमीन मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. इतना ही नहीं आम आदमी पार्टी ने बवाना उपचुनाव जीतने के बाद इसी साल गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव में ज्यादातर सीटों पर लड़ने की घोषणा भी कर दी है.

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दिल्ली पर ही रहेगा ज्यादा ध्यान

नवंबर महीने से केजरीवाल एक बार फिर अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा का बिगुल फूंकेंगे. हालांकि पार्टी के सूत्रों का यह भी कहना है 2018 की पहली छमाही तक केजरीवाल का ज्यादातर समय दिल्ली में ही बीतेगा और उनका पूरा ध्यान सरकार चलाने पर ही होगा, लेकिन जरूरत पड़ने पर बीच-बीच में वह चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए उन राज्यों का दौरा कर सकते हैं.

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