कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि इस्लाम प्रचारक जाकिर नाइक ने आरोप लगाया है कि कश्मीर में धारा 370 के समर्थन को लेकर उसके पास एक दूत भेजा गया था.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि जाकिर नाइक ने आरोप लगाया है कि भेजे गए दूत से कहा गया था कि अगर वो सरकार के इस कदम का समर्थन करता है तो उसके खिलाफ देशद्रोह के सभी मामले वापस हो जाएंगे. इस पर दिग्विजय सिंह बोले कि अब प्रधानमंत्री और गृह मंत्री इन आरोपों का जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं.
Digivijaya Singh: Zakir Naik in a statement has said that in Sept 2019, Modi ji and Shah ji sent a messenger to him that if he supports abrogation of article 370 then Govt will withdraw all cases&he will be allowed to come back.Why haven't Modi ji and Shah ji condemned this yet? pic.twitter.com/3E0lCv26TC
— ANI (@ANI) January 15, 2020
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री डॉक्टर जाकिर नाइक के आरोप का विधिवत खंडन करना चाहिए. यदि वो नहीं करते हैं तो यही माना जाएगा कि 'देशद्रोही' डॉ जाकिर नाइक का आरोप सही है.
मा प्रधान मंत्री जी तथा मा गृह मंत्री जी को डॉ ज़ाकिर नाइक के आरोप का विधिवत खंडन करना चाहिये। यदि नहीं करते हैं तो यही माना जायेगा कि “देशद्रोही” डॉ ज़ाकिर नाइक का आरोप सही है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) January 15, 2020
५- मान जाता है तो सारे आरोप ख़ारिज और नहीं मानता है तो उस पर राष्ट्रद्रोही होने का आरोप लगाओ और खूब प्रचारित करो
६- यदि ऐसा मौक़ा आता है जब उसका उपयोग किया जा सकता है तो वे वही करते हैं जिसका उल्लेख डॉ ज़ाकिर नाइक ने किया है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) January 15, 2020
जाकिर नाइक पर हैं कई बड़े आरोप
बता दें कि 2016 में जाकिर नाइक भारत से भागकर मलेशिया चला गया था. तब वहां की सरकार ने जाकिर नाइक ने स्थायी तौर पर रहने की इजाजत दे दी थी. भारत में जाकिर नाइक पर आरोप है कि उसने भड़काऊ भाषण दिए थे, आतंकी गतिविधि में शामिल होने के लिए युवाओं को भड़काया था. इन्हीं आरोपों के चलते जाकिर नाइक भारत में वांटेड है.
अपनी डिग्री का प्रमाण नहीं दे पा रहे पीएम
आगे दिग्विजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की पुलिस आखिर चाहती क्या है, वो सामाजिक कार्यकर्ताओं से क्यों कह रही है कि वे मुस्लिमों का साथ ना दे. उन्होंने NRC और CAA पर कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अपनी एजुकेशन का प्रमाण नहीं दे पा रहे हैं तो फिर वह देशवासियों से नागरिकता का प्रमाण क्यों मांग रहे हैं.