scorecardresearch
 

व्यापम के बाद एक और घोटाले में घिरी शिवराज सरकार

मध्य प्रदेश सरकार व्यवसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) घोटाले के बाद अब मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (पीएससी) में हुई धांधलियों के आरोप में घिरती नजर आ रही है. व्यापम घोटाले के बाद मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की गड़बड़ियां भी उजागर होने लगी हैं.

Advertisement
X
शिवराज सिंह चौहान (फाइल फोटो)
शिवराज सिंह चौहान (फाइल फोटो)

मध्य प्रदेश सरकार व्यवसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) घोटाले के बाद अब मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (पीएससी) में हुई धांधलियों के आरोप में घिरती नजर आ रही है. व्यापम घोटाले के बाद मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की गड़बड़ियां भी उजागर होने लगी हैं.

Advertisement

इस धांधली में भी सीधे सीधे आरएसएस प्रचारकों के शामिल होने के संकेत मिल रहे हैं. भोपाल के आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने आरटीआई के माध्यम से ऐसी जानकारी हासिल की है. इस जानकारी से खुलासा हुआ है कि वर्ष 2006 में लोक सेवा आयोग के तत्कालीन चेयरमैन प्रदीप जोशी की नियुक्ति आरएसएस के प्रचारक 'विनोद जी' के लिखित आदेश पर की गई थी जो असंवैधानिक है.

गौरतलब है कि इंटेलिजेंस ने अपनी रिपोर्ट में साफ साफ कहा था कि प्रदीप जोशी तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मानव संसाधन विकास मंत्री मुरली मनोहर जोशी के रिश्तेदार हैं और उनकी नियुक्ति इस पद पर नहीं की जा सकती है.

पांच साल लंबी लड़ाई लड़ने के बाद अजय दुबे ने आरटीआई में जो दस्तावेज हासिल किए हैं उनमें 'विनोद जी' की सिफारिशी चिट्ठी भी लगी है. दुबे का कहना है कि इस पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए जिससे आरएसएस और बीजेपी के बड़े चेहरे बेनकाब हो जाएंगे.

Advertisement
Advertisement