डिजिटल इंडिया की मुहिम में एक ओर नई उपलब्धि जुड़ गई है. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल का बड़झिरी गांव राज्य का पहला डिजिटल गांव बन गया है. राज्य के वित्तमंत्री रामेश्वर शर्मा ने मंगलवार को बड़झिरी को पूरी तरह डिजिटल गांव घोषित किया. बड़झिरी गांव को पूरी तरह से डिजिटल गांव बनाने से पहले पूरे गांव में इंटरनेट और वाई-फाई की सुविधा दी गई. इसके बाद स्थानीय बैंक से गांव वालों को 10 हज़ार रुपए का लोन दिया गया ताकि वो स्मार्टफोन खरीद सकें. यही नहीं, स्मार्टफोन और इंटरनेट को इस्तेमाल कैसे किया जाए इसके लिए बकायदा गांव की चौपाल पर ही गांववालों के लिए ट्रेनिंग सेशन होता है.
इस मौके पर गांववालों को स्मार्ट फोन और गांव के सरपंच को कंप्यूटर बांटा गया. राज्य के वित्तमंत्री ने स्मार्ट फोन बांटने के बाद गांव की ही किराना दुकान में कार्ड स्वैप करा कर चावल भी खरीदा ताकि लोगों को प्रोत्साहित किया जा सके.
सीएम ने दी गांव को बधाई
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि मैं बहुत खुश हूँ कि हमारे प्रदेश का 'बड़झिरी' पूरी तरह से डिजिटल विलेज बन गया
है. हम मप्र को देश के कैशलेस राज्यों में अग्रणी बनायेंगे. शिवराज ने कहा कि मुझे विश्वास है कि प्लास्टिक मनी व कैशलेस ट्रांजैक्शन से लोगों का
जीवन अधिक सरल होगा, देश की विकास गति बढ़ेगी और एक नये भारत का निर्माण होगा.
मुझे विश्वास है कि प्लास्टिक मनी व कैशलेस ट्रांजैक्शन से लोगों का जीवन अधिक सरल होगा, देश की विकास गति बढ़ेगी और एक नये भारत का निर्माण होगा
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 21, 2016
कैसे बदला गांव
बड़झिरी गांव को डिजिटल बनाने के लिए गांव के लगभग 2 हज़ार लोगों के सबसे पहले पहले बैंक अकाउंट खोले गए. इसके बाद गांव की सभी दुकानों में
पीओएस मशीन लगाई गई और इंटरनेट और वाई-फाई दिया गया. गांव के सभी स्मार्टफोन में मोबाइल बैंकिंग एप भी डाउनलोड किए गए हैं यदि गांववालों
को इन सभी सुविधाओं को इस्तेमाल करने में कोई परेशानी होती है तो उसके लिए बकायदा एक कस्टमर केयर सेंटर बनाया गया है. वित्तमंत्री के
मुताबिक बड़झिरी के बाद अब इंदौर और जबलपुर जिलों में चुने गए गांवो को भी जल्द ही डिजिटल गांव बनाया जाएगा.